नई दिल्ली।। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने लगभग सभी सीटों के लिए टिकट तय कर लिए हैं। अब चर्चा उन जगहों पर हो रही है, जहां से मौजूदा कांग्रेस सरकार के दिग्गजों को टक्कर देनी है। बीजेपी चाहती है कि मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ही नहीं, बल्कि उनके कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भी तगड़े और विनिंग कैंडिडेट दिए जाएं। इसके लिए ऐसे नामों पर चर्चा चल रही है, जो जीतने का माद्दा रखते हों।
जानकारी मिली है कि बीजेपी ने उन सभी सीटों पर भी नाम तय कर लिए हैं, जहां पर टिकट की दावेदारी जताने वाले बहुत थे। अब वह मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, कौल सिंह ठाकुर, जीएस बाली और सुधीर शर्मा जैसे दिग्गजों को हराने के लिए माथापच्ची कर रही है और इसीलिए लिस्ट जारी करने में देरी हो रही है।
पार्टी चाहती है कि इन नेताओं को उनके घर पर ही घेर दिया जाए, ताकि वे अपने आसपास की सीटों पर प्रभाव न जमा पाएं और अपनी जीत सुनिश्चित करने के चक्कर में ही व्यस्त रहें। पार्टी का मानना है कि वीरभद्र तो अपनी और बेटे की सीट में व्यस्त रहेंगे, ऐसे में उनके खतरा कम है। मगर अन्य नेताओं को घेरना जरूरी है, ताकि वे अपनी सीट बचाने में ही उलझे रहें।
इस रणनीति के तहत बीजेपी उन लोगों के टिकट काट सकती है, जिन्हें इन दिग्गज नेताओं से पिछली बार हार का सामना करना पड़ा है। इसके संकेत मिलना भी शुरू हो गए हैं और पार्टी से टिकट की चाहत रखने वाले कुछ पुराने नेताओं के समर्थक ने नाराजगी जाहिर करना शुरू कर दिया है।
संकेत मिल रहे हैं कि ठियोग, द्रंग, नरगोटा बगवां और धर्मशाला से बीजेपी नए चेहरों को मौका दे सकती है और इनमें कुछ संगठन में शामिल रहे लोग भी हो सकते हैं। अनिल शर्मा के शामिल होने से बीजेपी को राहत मिली है और वह मंडी सीट पक्की मान रही है। माना जा रहा है कि पार्टी आज ही अपनी लिस्ट जारी कर सकती है।