गुड़िया केस: अनुराग ने CM और उनके परिवार पर लगाए गंभीर आरोप

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शिमला।। गुड़िया केस को लेकर एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है। सीबीआई द्वारा आईजी समेत 8 अधिकारियों को गिरफ्तार करने के बाद हमीरपुर से बीजेपी सांसद और हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के बड़े बेटे अनुराग ठाकुर ने अपने फेसबुक पेज पर वीडियो डाला है। इसमें उन्होंने मुख्यमत्री के परिवार और सरकार पर सबूत मिटाकर अमीर परिवार के बच्चों को बचाने का आरोप लगाया है। साथ ही मीडिया को कोसते हुए इस बात का श्रेय लेने की भी कोशिश की है कि मीडिया ने मुद्दा नहीं उठाया, जनता ने और विपक्ष ने सड़कों पर उतरकर और “मैंने लोकसभा में मामला उठाकर दबाव बनाया।”

 

पढ़ें, क्या कहा उन्होंने इस वीडियो में। साथ ही वीडियो भी देखें: “जिन लोगों ने यह काम किया, उसे प्रदेश की सरकार बचाने में लगी थी। प्रशासन की सहायता से सबूत मिटाने में लगी थी। न्याय तो गुड़िया को क्या दिलाना था, मुख्यमंत्री की पत्नी पीड़ित परिवार के पास जाकर चंद हजार रुपये देकर कहती हैं, कि सीबीआई जांच क्यों मांगते हो, प्रदेश पर विश्वास करो। लेकिन कल जो सीबीआई ने हिमाचल पुलिस के आईजी और अन्य पुलिसवालों ंको गिरफ्तार किया, यह अपने आप दिखाता है कि सीएम के परिवार से लेकर पूरी सरकार सबूत मिटाने और दबाव मिटाने में लगी थी, गुड़िया को न्याय नहीं बल्कि सबूत मिटाकर अमीर परिवारों के बच्चों को बचाने में लगी थी।”

“मीडिया उस समय भी शायद नहीं जागा था, यह तो आपने, आम जनता ने सड़क पर उतरकर, छात्र संगठनों ने सड़क पर उतरकर, विपक्ष ने सड़कों पर उतरकर और मैंने लोकसभा में इस विषय को उठाकर दबाव बनाकर सीबीआई जांच करवाई, फिर राष्ट्रीय मीडिया में आया। आईजी समेत अधिकारी गिरफ्तार होते हैं, देश का मीडिया नहीं जागता है, अब जागने की जरूरत है। जगाना पड़ेगा। इसे शेयर कीजिए और लोगों को जगाइए। वीरभद्र सिंह जो वापस मुख्यमंत्री बनने के लिए दिल्ली में लॉबीइंग कर रहे हैं, वह गुड़िया को न्याय दिलाने की कोशिश नहीं कर रहे। न्याय आपको और हमें दिलाना है और ऐसी सरकार से मुक्ति दिलानी है।”

साफ है कि आईजी समेत अन्य अधिकारियों की गिरफ्तारी से इस मामले में फिर से राजनीति तेज हो गई है। पिछले दिनों जब जनता इंसाफ की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही थी, उस वक्त भी बीजेपी ने इस आंदोलन को राजनीतिक दिशा दी थी। इससे सरकार को यह कहने का मौका मिला था कि आक्रोश जनता का नहीं है, बल्कि बीजेपी इसे भड़काने में लगी है। दरअसल बीजेपी के नेता को सचिवालय की तरफ पत्थर फेंकते हुए भी देखा गया था। बाद में अनुराग के छोटे भाई और पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल के छोटे बेटे अरुण धूमल ने 10 अगस्त को हमीरपुर में कानून व्यवस्था को  लेकर आक्रोश रैली का आयोजन किया था जिसमें उन्होंने ताला लगाकर अफसरों को ही बंधक बना दिया था(यहां क्लिक करके पढ़ें)।