शिमला।। चुनावी साल में लोकलुभावन कदम उठा रही कांग्रेस सरकार जल्द ही हिमाचल में दो नए जिले बनाने का ऐलान कर सकती है। इस बात की चर्चा है कि 15 अगस्त को इस बात का ऐलान किया जाएगा। चूंकि मुख्यमंत्री ने इस बार राज्य स्तरीय स्वतंत्रता दिवस समारोह रामपुर बुशहर में मनाने का ऐलान किया है, ऐसे में अटकलें लग रही हैं रामपुर को भी जिला बनाया जाएगा। यह भी कयास हैं कि दूसरा जिला कांगड़ा जिले का विभाजन करके बनेगा और हो सकता है कि यह पालमपुर हो।
ध्यान देने वाली यह है कि रामपुर बुशहर मुख्यमंत्री वीरभद्र का होमटाउन है। वह बुशहर रियासत के राजपरिवार के वशंज हैं। ऐसे में अगर इसे जिला बनाया जाता है तो यह एक बड़ा राजनीतिक कदम होगा। हालांकि रामपुर बुशहर ऐसी जगह बसा है जहां से शिमला, कुल्लू, मंडी और किन्नौर के काफी बड़े हिस्से के लोग विभिन्न कामों के लिए आना सुविधाजनक होता है। ऐसे में नया जिला बनने पर इन चारों जिलों के कुछ हिस्सों को नए जिलों में मिलाया जा सकता है। इनमें निचार, आनी, निरमंड, रामपुर, कोटगढ़, बसंतपुर, नारकंडा और साथ ही करसोग और सिराज के कुछ हिस्से शामिल हो सकते हैं।
पालमपुर को भी जिला बनाया जा सकता है। गौरतलब है कि लंबे समय से पालमपुर को जिला घोषित करने की मांग की जा रही है। पामलपुर में आसपास के कई इलाकों में शामिल किया जा सकता है। गौरतलब है कि प्रदेश में कई जगहों के लोग अलग जिलों की मांग करते रहे हैं। नूरपुर, देहरा, सुंदरनगर, बद्दी समेत कई जगहों पर इस तरह की मांग उठती रही है। ऐसे में 15 अगस्त को नए जिले बनाने की घोषणा होती है या नहीं, यह उसी दिन पता चलेगा। यह भी उसी दिन साफ होगा कि यदि नए जिले बनते हैं तो वे कौन-कौन से होंगे।
गौरतलब है कि इससे पहले फंड की कमी का रोना रोने वाली सरकार धर्मशाला को प्रदेश की दूसरी राजधानी बनाने का ऐलान कर चुकी है जिसकी काफी आलोचना हुई है। दूसरी राजधानी का महत्व क्या होगा, वहां क्या काम होंगे और क्या-क्या दफ्तर होंगे, इस बारे में प्रदेश सरकार अब तक कुछ साफ नहीं कर पाई है। ऊपर से चुनावी साल में नए जिले बनाने का ऐलान होता है तो इसके लिए और खर्च बढ़ेगा। बहरहाल, अभी तो ये कयास सिर्फ कयास ही हैं।