इन हिमाचल डेस्क।।
वर्षों से लटके भानुपल्ली – बिलासपुर रेलवे ट्रैक का कार्य एक बार फिर गति पकड़ने जा रहा है। फिलहाल भूमि अधिगृहण के लिए केंद्र ने राज्य सरकार को धनराशि जारी कर दी है। इस प्रोजेक्ट के कुल बजट 2964 में से 9 करोड़ की इस राशि से नयनादेवी हलके के ग्रामीणों को मुआवजा दिया जाएगा । इसके लिए बाकायदा बिलासपुर एवं केंद्रीय एडमिन की मीटिंग भी हो चुकी है। नयनादेवी तहसील के 11 गावों की 104 हेक्टेयर भूमि रेलवे द्वारा अधिगृहीत की जाएगी जिसमे से 47 हेक्टेयर निजी एवं 57 हेक्टेयर सरकारी भूमि है। लोगों के घर भी अधिग्रहण की जद में आ सकते हैं।
पंजाब के भानुपल्ली से लेकर बिलासपुर के बैरी हरनोड़ा तक लगभग 64 किलोमीटर के इस रेलवे ट्रैक का निर्माण रेलवे विकास निगम द्वारा किया जाएगा।
प्रथम चरण में 20 किलोमीटर तक का निर्माण भानुपल्ली से नयनादेवी तहसील के धरोटा गावं तक किया जाएगा। इस लाइन की कुल लम्बाई में से 10 किलोमीटर क्षेत्र पंजाब में आता है। गौरतलब है की सामरिक नजरिये से भी यह ट्रैक महत्वपूर्ण है जिसे लेह तक बढ़ाया जा सकता है। साथ ही साथ व्यवसयिक नजरिये से देखा जाए तो प्रदेश की तीनों सीमेंट फैक्ट्रियों को भी माल ढुलाई में आसानी रहेगी। इन हिमाचल ने प्रदेश से राज्यसभा सांसद एवं विधानसभा में बिलासपुर का प्रतिनिधित्व कर चुके केंद्रीय स्वास्थ्या मंत्री जे पी नड्डा से इस बारे में अधिक जानने के लिए बात करनी चाही पर वो उपलब्ध नहीं हो पाये।
बिलासपुर भनुपल्ली रेलवे ट्रैक में सुरंग निर्माण भी तय है यह ट्रैक सतलुज नदी पर बनी गोविन्द सागर झील के साथ साथ होता हुआ बिलासपुर और बैरी तक आएगा।
कुछ इस तरह का हो सकता है नजारा ( चित्र सांकेतिक है )