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विडियो: बादल फटा, सैलाब आया और एक शख्स को बहा ले गया
धर्मशाला को एक भी आईपीएल मैच क्यों नहीं दिलवा पाए अनुराग?
धर्मशाला।।
क्रिकेट प्रेमियों में यह चर्चा है कि एचपीसीए चीफ अनुराग ठाकुर भले ही हाल में बीसीसीआई के सेक्रेटरी बने हैं, लेकिन इससे पहले भी बोर्ड में उनका काफी रसूख था। सवाल उठ रहे हैं कि बावजूद इसके धर्मशाला को मैच क्यों नहीं मिल पाए।
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क्यों नहीं मिला हिमाचल को एक भी मैच? |
प्रदेश सरकार जिम्मेदार?
यह जगजाहिर है कि एचपीसीए स्टेडियम को लेकर राज्य सरकार और एचपीसीए में विवाद चल रहा है। अनुराग और वीरभद्र एक-दूसरे पर तीखी टिप्पणियां भी करते रहे हैं। माना जा रहा है कि सिक्यॉरिटी व अन्य एनओसीज़ को लेकर सहमति न बन पाने की वजह से बोर्ड ने धर्मशाला से किनारा करना ही ठीक समझा। मगर सरकार इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है।
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शुभ-अशुभ का चक्कर?
चर्चा ऐसी भी है कि किंग्स इलेवन पंजाब के ऑनर धर्मशाला मैच को शुभ नहीं मानते। धोनी द्वारा छक्के मारकर मैच जीतने का वाकया अभी भी यहां आए दर्शक भूल नहीं पाए हैं। हो सकता है कि इस वजह से धर्मशाला को शेड्यूल से बाहर रखा गया हो।
मौसम ने कर दिया खेल?
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि सर्दियों के लंबी खिंच जाने की वजह से भी ऐसा फैसला लिया जाना संभव है। गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का दौर अभी थमा नहीं है। वैसे भी धर्मशाला वह स्थान है, जहां पर प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश होती है।
बीसीसीआई की आंतरिक राजनीति
चर्चा यह भी है कि जिस वक्त आईपीएल का शेड्यूल बनाया जा रहा था, बीसीसीआई में पॉलिटिक्स चरम पर थी। चूंकि अनुराग ठाकुर सीधे तौर पर श्रीनिवासन खेमे के लिए चुनौती समझे जा रहे थे, ऐसे में उन्हें नजरअंदाज करते हुए हिमाचल को मैच नहीं दिए गए।
ये सब तो अटकलें हैं और सच क्या है, शायद यह बात सामने नहीं आ पाएगी। सीजन 3 के बाद से भारत में हुए आईपीएल के हर सीज़न के मैच धर्मशाला में हुए हैं। मगर इस बार ऐसा नहीं हो पाएगा, जिससे क्रिकेट प्रेमी थोड़े निराश जरूर हैं।
हिमाचल की सड़कों पर जल्द दौड़ेंगे प्रदूषण रहित ई-रिक्शा
जल्द ही हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर दिल्ली और अन्य मैदानी राज्यों की तर्ज पर बैटरी से चलने वाले ई-रिक्शा नजर आएंगे। परिवहन विभाग ने प्रदूषण रहित रिक्शा को परमिट देने का प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे मंजूरी के लिए कैबिनेट के पास भेजा जाएगा।
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आज से 11 साल पहले 2004 में हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदूषण की वजह से ऑटो रिक्शा की परमिट देने पर रोक लगा दी थी। इस वजह से आज भी मंडी, सोलन, कुल्लू और बिलासपुर जैसे और कई कस्बों में पुरानी परमिट वाले ऑटो दौड़ते दिख रहे हैं। मगर अब सरकार चाहती है कि ई-रिक्शा उतारे जाएं।
प्रदेश के परिवहन मंत्री जी.एस. बाली ने भी इस खबर को सही बताते हुए कहा कि राज्य सरकार हिमाचल में प्रदूषण रहित ऑटो चलाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जल्द फैसला लिया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक पहले चरण में ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर जैसे अन्य मैदानी जिलों में ये परमिट दिए जाएंगे। अभी भी कई शहरों में परमिट पेंडिंग हैं, तो कुछ जगहों पर ये चल भी रहे हैं।
धूमधाम से हुआ मुख्यमंत्री वीरभद्र की बेटी अपराजिता की शादी का रिसेप्शन
रविवार को शिमला के पीटरहॉफ में मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की बेटी अपराजिता की शादी का रिसेप्शन धूमधाम से आयोजित हुआ। इसमें राजनेताओं, राजपरिवारों, अधिकारियों, मुख्यमंत्री के रिश्तेदारों और करीबियों ने शिरकत की। पेश हैं कुछ तस्वीरें…
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मेहमानों के लिए खास इंतजाम किए गए थे |
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पीटरहॉफ पहुंचतीं अपराजिता, उनके पति अंगद और मां प्रतिभा सिंह। |
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मेहमानों का स्वागत करते मुख्यमंत्री |
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बेटी और दामाद के साथ तस्वीर खिंचवाते मुख्यमंत्री |
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दूल्हा-दुल्हन का स्वागत |
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खूबसूरत कपल |
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लाल रंग की ड्रेस में बेहद शालीन नजर आ रही थीं अपराजिता |
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पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल भी शिरकत की। |
मंडी नहीं आ पाए प्रेजिडेंट, कांगड़ा में पूजा करके लौटे
कांगड़ा।।
हिमाचल दौरे पर आए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी आज मंडी नहीं पहुंच पाए, लेकिन उन्होंने प्रदेश के कांगड़ा जिले की प्रसिद्ध शक्तिपीठ बगलामुखी में पहुंचकर पूजा अर्चना की। आईआईटी मंडी के दूसरे दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी मंडी आ रहे थे। सुबह चंडीगढ़ से उन्होंने मंडी के लिए ही उड़ान भरी थी।
बताया जा रहा है कि हवाई मार्ग में ही मंडी में मौसम खराब होने की जानकारी मिली तो उनके हेलिकॉप्टर को कांगड़ा जिले की ओर मोड़ने का फैसला लिया गया। दरअसल मंडी में विजबिलिटी बहुत ही कम थी। ऐसे में एटीसी और वायुसेना की ओर से कोई भी जोखिम नहीं उठाने की सलाह दी गई। यही वजह थी कि राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ज्वालामुखी के पास एस एस बी के प्रशिक्षण केन्द्र में उनके हेलिकॉप्टर ने लैंडिंग की।
यहां हिमाचल सरकार के मिनिस्टर इन वेटिंग शहरी विकास मंत्री सुधीर शर्मा ने उनका स्वागत किया। एस एस बी के प्रशिक्षण केन्द्र सपड़ी के सेनायक एस के शर्मा भी उनके साथ थे। यहां जवानों ने उन्हें सलामी दी। सपड़ी में ही उतरते ही धर्मशाला-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग में यातायात रोक दिया और राष्ट्रपति यहां से सीधे वह 22 किलोमीटर दूर बगलामुखी रवाना हो गए
बगलामुखी में करीब आधा घंटा उन्होंने बिताया। इस दौरान राष्ट्रपति ने यहां मंदिर में दर्शन कर पूजा अर्चना की व हवन भी किया। यहां बगलामुखी के मंहत देवी गिरी के सानिध्य में तांत्रोक्त विधि से अनुष्ठान हुआ। सपड़ी हेलीपैड में उतरने के बाद उनका काफिला ज्वालामुखी व देहरा होते हुए बनखंडी पहुंचा व इसी मार्ग से सपड़ी वापिस आ गया। यहां से उन्होंने पठानकोट के लिए उड़ान भरी।
इस दौरान सपड़ी से वाया देहरा छोटे बड़े 42 मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस रही व सपड़ी से देहरा हनुमान चौक तक 27 और देहरा से मां बगलामुखी मंदिर तक 15 रास्तों को सील रखा गया था। पूरे मार्ग पर चप्पे चप्पे पर पुलिस मुस्तैद थी। पहले निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक उन्हें मंडी से वापस यहां आना था और उसके बाद उनकी दिल्ली वापसी थी। लेकिन बदले कार्यक्रम से उनकी वापसी अब पठानकोट से हुई।
बीजेपी के विधायकों को चिढ़ाने के लिए सदन में नाचने लगे वीरभद्र
शिमला।।
हिमाचल प्रदेश की विधानसभा में गुरुवार को बीजेपी द्वारा हंगामा किए जाने के बीच मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने डांस करना शुरू कर दिया। बीजेपी विधायकों द्वारा बार-बार हंगामा किए जाने से तंग आकर उनका विरोध करने के लिए वीरभद्र ने यह अनोखा तरीका आजमाया।
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कुछ दिन पहले शिमला में वीरभद्र के बेटे विक्रमादित्य सिंह के नेतृत्व में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बीजेपी कार्यकर्ताओं से झड़प हो गई थी। इसी मुद्दे को लेकर बीजेपी विरोध कर रही थी। शोर-शराबा थमता न देख मुख्यमंत्री बीजेपी के विधायकों की नारेबाजी की लय पर हाथ नचाते हुए हिमाचली नाटी के अंदाज में झूमने लगे। यह देख तमाम विधायक, पत्रकार और दर्शक खिलखिलाने लगे।
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फाइल फोटो |
इसके बाद माहौल हल्का-फुल्का सा रहा। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमने ने भी वीरभद्र पर कई चुटकियां लीं। उन्होंने कहा कि मुझे पंजाबी आती है और यकीन है कि कुछ दिनों में आपको भी आने लगेगी। दरअसल कुछ रोज पहले ही वीरभद्र सिंह के बेटी अपराजिता की शादी पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाती से हुई है।
प्रदेश की सड़कों की हालत सुधारने के लिए नड्डा ने संभाली कमान
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नितिन गडकरी से मिलते जेपी नड्डा |
प्रदेश की सड़कों की दुर्दशा को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा सांसद जगत प्रकाश नड्डा ने बुधवार को सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाक़ात की। लगभग एक घंटे चली इस मीटिंग में प्रदेश की कई सड़क परियोजनाओं को लेकर चर्चा हुई।
नड्डा ने विशेष रूप से कीरतपुर-मनाली हाइवे और पठानकोट-मंडी हाइवे के मरम्मत के लिए गडकरी से बात की। परिवहन मंत्री ने हिमाचल प्रदेश की इन परियोजनाओं को जल्द से जल्द धन मुहैया करवाने के लिए तत्काल अधिकारीयों को निर्देश दिए गए।
गौरतलब है कि कीरतपुर-मंडी हाइवे पर पर्यटकों के वाहनों के साथ-साथ सीमेंट ढुलाई वाले वाहनों का आना जाना भी रहता है। इसलिए इस हाइवे पर यातायात का भारी बोझ है। ट्रक यूनियन के कई पदाधिकारी इस बाबत जेपी नड्डा से मिल कर अपनी समस्या बता चुके थे।
सूत्रों के अनुसार इस मीटिंग में यह भी तय हुआ है कि सड़कों की मरम्मत और लंबित परियोजनाओं पर जल्द कार्य करने के लिए एक टास्क फ़ोर्स का गठन किया जाएगा, जिसमे केंद्रीय लोक निर्माण विभाग और प्रदेश सरकार के पदाधिकारी शामिल होंगे। इस बारे में जल्द ही शिमला में एक हाई लेवल की शिमला में मीटिंग होगी जिसकी अध्यक्षता खुद जेपी नड्डा करेंगे।
चंबा में सड़क हादसा, 12 की मौत, 10 जख्मी
प्रदेश के चंबा जिले में मंगलवार को हुई एक सड़क दुर्घटना में 12 लोगों के मारे जाने और 10 के घायल होने की खबर है। घायलों को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल चंबा और टांडा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक यह हादसा चंबा के सालवां इलाके (सलूणी) में हुआ। बकरूआ नाले में एक पिकअप जीप हादसे की शिकार हो गई, जिससे 12 लोगों की मौत हो गई। चंबा के अडिशनल एसपी कुलवंत सिंह ने का कहना है कि जिस जगह पर यह हादसा हुआ, वह डिस्ट्रिक्ट हेडक्वॉर्टर से 50 किलोमीटर दूर है।
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सलूनी के पास हुआ हादसा |
अभी तक आठ शवों की पहचान हो चुकी है। दस लोग घायल हैं, जिन्हें डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल चंबा में इलाज के लिए दाखिल कराया गया है। गंभीर रूप से घायल हुए कुछ लोगों को टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।
बताया जा रहा है कि खचाखच भरी गाड़ी तेज गति से जा रहा थी। एक मोड़ पर ड्राइवर गाड़ी पर से कंट्रोल खो बैठा और यह पलट गई। हादसे के शिकार हुए लोग शादी समारोह से वापस आ रहे थे। इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों में ज्यादातर युवा हैं।
हिमाचल में 500 से ज्यादा सरकारी नौकरियां, आपने अप्लाई किया?
बेशक प्रदेश के युवा आज देश-दुनिया के विभिन्न कोनों में अलग-अलग फील्ड्स में शानदार काम कर रहे हैं, लेकिन फिर भी ज्यादातर लोग चाहते हैं कि उन्हें अपने प्रदेश में ही सरकारी नौकरी मिल जाए। तो इस बार आपके पास मौका है अपना यह सपना पूरा करने का। हिमाचल प्रदेश सबॉर्डिनेट सर्विसेस सिलेक्शन बोर्ड हमीरपुर ने 500 से ज्यादा नौकरियों का विज्ञापन निकाला है।
वैसे तो बहुत यह विज्ञापन 13 फरवरी का है, मगर इन हिमाचल ने पाया कि बहुत से लोगों को इसकी जानकारी नहीं है। इसलिए हम एक बार फिर आपके ध्यान में ला रहे हैं कि पीडब्ल्यूडी, एजुकेशन, इलेक्ट्रिसिटी, हेल्थ और ट्रांसपोर्ट समेत अन्य कई विभागों में कई पदों की भर्ती की जानी है। आवेदन करने की आखिरी तारीख है 18 मार्च, 2015.लाहौल स्पीति, किन्नौर, पांगी और भरमौक सब-डिविजन के निवासी 2 अप्रैल, 2015 तक आवेदन कर सकते हैं। इसके बाद पहुंचने पर आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
आप ज्यादा जानकारी यहां पर क्लिक करके हासिल कर सकते हैं
या फिर नीचे दी गई फाइल में देखें, आपके काम की कोई जॉब है या नहीं (यह वही फाइल है, जिसके अलग-अलग पेज ऊपर पब्लिश किए गए हैं।) :
इलेक्ट्रिक बसें लाने वाला पहला राज्य बनेगा हिमाचल
शिमला।।
गाड़ियों से निकलने वाले कार्बन की मात्रा कम करने की कोशिश के तहत हिमाचल प्रदेश का ट्रांसपोर्ट विभाग इलेक्ट्रिक बसें उतारने जा रहा है। पहले चरण के तहत ऐसी 500 बसें खरीदी जाएंगी।
प्रदेश के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर जी.एस. बाली ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा गाड़ियों से निकलने वाले धुएं का असर कम करने के लिए इस तरह की बसे लाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन्वायरनमेंट फ्रेंडली इन बसों की फंडिंग के लिए केंद्र सरकार से मांग की जाएगी। बाली ने कहा, ‘पेट्रोल और डीजल से निकलने वाले धुएं का ग्लेशियरों और हिमालय के पर्यावरण पर गहरा असर पड़ा है। इलेक्ट्रिक बसें लाने से पर्यावरण को बचाने में मदद मिलेगी।’
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Indicative Image |
ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ने बताया इसके लिए सलाहकार की नियुक्ति कर दी गई है और विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने भी बजट में इलेक्ट्रिक बसों के लिए प्रावधान किया है। बाली के मुताबिक ऐसा पहली बार होगा, जब कोई पहाड़ी राज्य पब्लिक ट्रांसपोर्ट में इलेक्ट्रिक बसें लाने की दिशा में कदम उठा रहा हो।