शिमला में 7 साल की बच्ची को ले गया तेंदुआ, जंगल में मिला शव

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शिमला।। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में एक बार फिर तेंदुए का आतंक देखने को मिला है। गुरुवार रात को राजधानी के कनलोग इलाके में बने एक ढारे (अस्थायी घर) से तेंदुआ एक बच्ची को उठाकर ले गया। घटना देर रात करीब साढ़े 10 बजे की बताई जा रही है। रात तक बच्ची का कोई पता नहीं चल पाया। हालांकि, शुक्रवार सुबह बच्ची का शव मिल गया है। शव का सिर और धड़ अलग-अलग मिले हैं।

जानकारी के अनुसार करीब सात साल का यह बच्ची यहां अपने परिवार के साथ रहती थी। यहां कार शोरूम के साथ लगती जमीन पर कई मजदूरों के ढारे हैं। इनमें से कई मजदूरों के पास पालतू कुत्ते भी हैं। अंदेशा है कि यह तेंदुआ कुत्ते के लिए घात लगाए बैठा था। लेकिन जैसे ही एक ढारे से बच्ची बाहर निकली तो तेंदुए ने इसे ही उठा लिया।

बच्ची के परिजनों ने पता चलते ही शोर मचाया, लेकिन तब तक तेंदुआ जंगल में भाग चुका था। कई लोगों के सामने ही तेंदुआ साथ लगते जंगल में गायब हो गया। बाद में इसकी सूचना न्यू शिमला पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने वन विभाग को इसकी सूचना दी। अब पुलिस और वन विभाग ने बच्चे का शव बरामद कर लिया है।

पहले भी शहर के कई रिहायशी इलाकों में तेंदुए को घूमते देखा गया है। जिसके कई वीडियो भी सामने आए हैं। विकासनगर, नवबहार में दर्जनों लावारिस कुत्तों को तेंदुआ अपना शिकार बना चुका है। खलीनी, कनलोग में कई बार तेंदुआ लोगों पर भी झपट चुका है। अब इस ताजा घटना से लोग दहशत में आ गए हैं। लोअर कनलोग में तेंदुआ बीते साल भी कई बार भवनों के बीच घूमता देखा गया था।