रितेश चौहान, फॉर इन हिमाचल, सरकाघाट।। मंडी जिले के धर्मपुर उपमंडल की चनौता पंचायत में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है। एक शख्स ने जंगल में कथित तौर पर अपनी पशुशाला के बाहर दो बैलों को तीन महीने तक बांधकर रखा और मरने के लिए छोड़ दिया।
बैलों के अब कंकाल ही बचे हैं मगर फिर भी उनके गले में बंधी रस्सी बता रही है कि वे कितनी दर्दनाक मौत मरे होंगे।
गुरुवार को एक शख्स जब लखदाता पीर के दर्शनों के लिए जंगल से गुज़र रहा तो उसे दुर्गन्ध का एहसास हुआ। उसने बैलों के कंकाल दिखे जिनके गले से रस्सी बंधी हुई थी। वह गांव लौटा और लोगों को सारी बात बताई। प्रधान को सूचना मिली और फिर आसपास के कई सारे लोग भी इस मंजर को देखने आ पहुंचे।
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प्रधान सविता गुप्ता ने बताया कि इस हरकत को अंजाम देने वाला शख्स पीडब्ल्यूडी में कर्मचारी है और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। बैलों का मालिक अल्पसंख्यक समुदाय से है जिससे इलाके में काफ़ी तनावपूर्ण माहौल भी पैदा हो गया था।
प्रधान ने कहा कि बैलों को रस्सी से बांधकर गोशाला का मालिक चला गया और पीछे मुड़कर भी नहीं देखा। इससे वे तड़प-तड़पकर मर गए।
डीएसपी चंद्रपाल सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए जानकारी दी है कि पुलिस की टीमें भेज दी गई हैं। उन्होंने कहा कि दोषी को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।