कांगड़ा।। आम चुनावों में पूरे देश में भारतीय जनता पार्टी को मिली जीत और हिमाचल में भी बीजेपी उम्मीदवारों के जीतने के बाद कांग्रेस के नेता और पूर्व सीपीएस नीरज भारती ने कांग्रेस पार्टी ही हार की ही जिम्मेदारी ले ली है। उन्होंने इसके बाद पार्टी के कार्यकर्ता के रूप से भी इस्तीफा देने का ऐलान किया है।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं आज से भाजपा के नेताओं के विरोध में कोई पोस्ट नहीं करूंगा। इसके पीछे की वजह बताते हुए फेसबुक पर नीरज भारती ने लिखा है- जब कमी अपने में हो तो दूसरे को दोष दे कर क्या फायदा। हालांकि उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस उनके खून में है।
आख़िर में उन्होंने भाजपा की सरकार बनने पर भाजपाइयों को शुभकामनाएं दी हैं मगर ज्वाली से अपने प्रतिद्वंद्वी और मौजूदा विधायक को लेकर आक्रामक भाषा इस्तेमाल की है। उस हिस्से को तो हम नहीं प्रकाशित कर सकते, मगर पहला हिस्सा आप नीचे पढ़ सकते हैं।
“मैं भी कांग्रेस पार्टी की हार की जिम्मेवारी लेते हुए अपनी बिना मेंबरशिप वाली कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता के रूप में इस्तीफा देता हूं, अब से भाजपा या भाजपाई नेताओं के विरोध में कोई पोस्ट नहीं करूंगा, जब कमी अपने में हो तो दूसरे को दोष दे कर क्या फायदा, पर एक बात जरूर कहना चाहता हूं कि कांग्रेस पार्टी मेरे खून में है और हमेशा रहेगी….. चाहे ईवीएम के बूते ही सही पर जीती हुई इस भाजपा सरकार और उसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उम्मीद है कि उसकी अगुवाई में देश पीछे हटने की बजाए आगे बढ़ेगा, सभी भाजपाइयों को भाजपा की सरकार बनने पर शुकामनाएं…..जय हिन्द, जय हिमाचल, जय कांग्रेस.”
गौरतलब है कि नीरज भारती न सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर टिप्पणी करने के लिए बल्कि हिंदू धर्म की कुछ मान्यताओं पर टिप्पणी करने को लेकर भी लंबे समय से विवादों में रहे हैं। उनके ऊपर मामले भी दर्ज हुए हैं और शिमला पुलिस उनसे पूछताछ भी कर चुकी है। मगर अब उनका बदला हुआ अंदाज़ कब तक जारी रहता है, यह देखने वाली बात है।