जानें, कांगड़ा के घमासान पर क्या बोले मुख्यमंत्री के बेटे विक्रमादित्य सिंह

कांगड़ा।। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले पर इन दिनों सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। आए दिन विवादास्पद टिप्पणियां फेसबुक पर करने वाले नीरज भारती के निशाने पर इन दिनों उन्हीं की पार्टी के सीनियर नेता हैं। वह लगातार पिछले कुछ दिनों से उस नेता के खिलाफ अपनी फेसबुक टाइमलाइन पर ऐसी बातें लिख रहे हैं, जिन्हें मर्यादित नहीं कहा जा सकता।दूसरे नेता की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, मगर दोनों नेताओं के समर्थक फेसबुक पर भिड़े पड़े हैं।

विक्रमादित्य सिंह
विक्रमादित्य सिंह

ज्वाली के विधायक और मुख्य संसदीय सचिव नीरज भारती का फेसबुक पर लोगों को अश्लील गालियां देना, हस्तियों के लिए अपमानजक बातें करना और विरोधी पार्टी के नेताओं पर छिछले हमले करना कोई नया नहीं है। मगर अपनी ही पार्टी के सीनियर नेता पर लगातार हमला करना जरूर सबको चौंका रहा। खास तौर पर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू की चुप्पी पर कांग्रेसीजन सवाल उठा रहे हैं। अब तो यह चर्चा होने लगी है कि हो न हो मुख्यमंत्री की शह पाकर उनके इशारे पर ही भारती यह काम कर रहे हैं। ऐसी चर्चाओं को इसलिए भी बल मिल रहा है, क्योंकि वीरभद्र के उन वरिष्ठ कांग्रेसी नेता से मतभेद हैं, जिनके ऊपर भारती अमर्यादित टिप्पणियां कर रहे हैं। इन आशंकाओं को तब और हवा मिलती दिखती है, जब मुख्यमंत्री के बेटे और यूथ कांग्रेस के स्टेट प्रेजिडेंट विक्रमादित्य सिंह बुशहर अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट डालते हैं। उन्होंने लिखा है-

‘पिछले कुछ दिनो से प्रदेश मैं किन्हीं कारणों से कांग्रिस पार्टी के दो आला नेता के बीच आरोप प्रतिारोप का सिलसिला सोशल मीडिया वह मीडिया मैं चला हुआ है, जिसमें जाती और समुदाय को भी घसीटा जा रहा है, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रिस पार्टी का एक युवा कार्यकर्ता होने के नाते वह कांग्रिस पार्टी का संविधान पड़ने के उपरांत जिसमें हर धर्म , क्षेत्र , जाती के बीच भेदभाव किए बिना उन्हें साथ चलाने का दृष्टिकोण हमें मिला है, मैं इस घटनाक्रम को सही नहीं समझता हूँ। कांग्रिस एक लोकतांत्रिक पार्टी है, जिसमें हर व्यक्ति के अलग विचार वह विचारों मैं मतभेद हो सकते है, जिससे हमें पार्टी फ़ोरम पर सही समय पर रखने का पार्टी पूरा अधिकार देती है। इस तरह के घटनाक्रम पार्टी वह पार्टी के कार्यकर्ता के मनोबल को ठेस पहुँचता है, मेरा एक छोटें भाई होने के नाते एक विनम्र निवेदन वह प्रार्थना की इस से बचे , यह दूसरे पार्टी और विचारधारा के लोगों के केवल हमारे ख़िलाफ़ असला बारूद देता हैं। यह मेरे निजी विचार है, जिसे मैं युवा कांग्रिस के अध्यक्ष की हैसियत से नहीं लिख रहा ना ही मेरा इरादा किसी भी व्यक्ति को ठेस पहुँचने का है । जय हिंद जय कांग्रिस।।।’

गौरतलब है कि इस पोस्ट को देखकर लगता है कि विक्रमादित्य सिंह इस बात को लेकर नाराज हैं कि नीरज भारती बार-बार ओबीसी-ओबीसी की रट लगाकर पोस्ट्स डाल रहे हैं। विक्रमादित्य की ही पोस्ट पर कॉमेंट करते हुए एक पाठक ने सवाल उठाया है कि विक्रमादित्य को अगर जाति या समुदाय को घसीटना कांग्रेस के संविधान का उल्लंघन लगता है तो जो भाषा नीरज भारती इस्तेमाल करते हैं, क्या वह कांग्रेस संविधान के मुताबिक जायज है। यहां तक कि भारती कॉमेंट्स में भी लोगों को मां-बहन की गालियां देते नजर आए हैं।

बहरहाल, कांग्रेस के एक हिस्से में विक्रमादित्य की तारीफ भी हो रही है कि अपनी पार्टी में इस तरह की बयानबाजी को लेकर बोलने वाले वह पहले नेता हैं। जो काम उनके पिता वीरभद्र सिंह और पार्टी अध्यक्ष सुक्खू नहीं कर पाए, उसमें उन्होंने अच्छी पहल की है। मगर उनका स्टेटस अगर गोलमोल न होकर स्पष्ट होता तो उनका रुतबा और बढ़ा होता।

विक्रमादित्य की पोस्ट पर आईं टिप्पणियां
विक्रमादित्य की पोस्ट पर आईं टिप्पणियां

गौरतलब है कि नीरज भारती देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के खिलाफ अभद्र शब्द इस्तेमाल कर चुके हैं। कभी वह हिंदूवादी संगठनों को नीचा दिखाने के लिए कुछ लिखते हैं तो कभी इधर-उधर से बना फोटोशॉप्ड से तैयार कॉन्टेंट शेयर करते हैं। यही नहीं, कोई आपत्ति जताए तो उसके साथ मां-बहन की गालियों के साथ उतर आते हैं। विधानसभा में भी यह मामला उठ चुका है, मगर वीरभद्र कह चुके हैं कि नीरज कुछ गलत नहीं कर रहा। मगर सवाल उठता है कि क्या उन्होंने यह टिप्पणी करने से पहले नीरज भारती की पोस्ट्स और कॉमेट पढ़ें हैं-

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सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं भारती की टिप्पणियों वाले ये स्क्रीनशॉट

ऐसी टिप्पणियों को लेकर विक्रमादित्य सिंह और मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह कब संज्ञान लेंगे? सबसे बड़ी जिम्मेदारी सुखविंदर सिंह सुक्खू की है, जिनके ऊपर संगठन की जिम्मेदारी हैं। वह मोदी के बोलों को जुमलों का ढोल कहते हैं तो भारती के इन बोलों को वह क्या कहेंगे, यह देखना बाकी है।

नीरज भारती द्वारा अब तक की गईं अमर्यादित टिप्पणियों के बारे में जानने के लिए यहां पर क्लिक करें

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