सीएम और पूर्व सीएम की हेलिकॉप्टर यात्राओं पर गरमाई राजनीति

शिमला।। हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मुख्यमंत्री द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हेलिकॉप्टर को लेकर राजनीति हो रही है। हालांकि बहाना खराब सड़कों का है, मगर सवाल उठाए जा रहे हैं कि खुद मुख्यमंत्री हवाई यात्रा करते हैं, इसलिए उन्हें सड़कों की चिंता नहीं है। हालांकि ये आरोप नए नहीं हैं क्योंकि जबसे मुख्यमंत्रियों ने हेलिकॉप्टर इस्तेमाल करना शुरू किया है, तभी से विपक्ष इसी तरह के सवाल उठाता रहा है।

अब क्या हैं आरोप
पहले शिमला से कांग्रेस के विधायक और पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने सड़कों की खराब स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि सीएम हेलिकॉप्टर से यात्राएं करते हैं और उधर प्रदेश में सड़कों की हालत खराब से खराब होती जा रही है। अब नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने प्रदेश में हो रही सड़क दुर्घटनाओं का आंकड़ा देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री खुद हेलिकॉप्टर में यात्रा करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को ‘घुमंतू’ कहकर ‘सैर-सपाटा करने वाला सीएम’ और ‘शौक पूरा करने के लिए नए हेलिकॉप्टर लेने की तैयारी’ करने का आरोप लगा दिया।

वीरभद्र पर निशाना
लेकिन इसके जवाब में भारतीय जनता पार्टी भी आक्रामक हो गई है। औद्योगिक विकास निगम के उपाध्यक्ष एवं पार्टी प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने कहा है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर दिल्ली में योजनाएं लाने जाते हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह केवल अपने भ्रष्टाचार के मामलों से बचने के लिए दिल्ली के टुअर बतौर सीएम लगाते थे। गौरतलब है कि जब वीरभद्र सीएम थे, तब दिल्ली में चल रहे मामलों की सुनवाई के लिए वकीलों से मिलने के लिए जाने के लिए उनके ऊपर हेलिकॉप्टर का दुरुपयोग करने के आरोप लगे थे।

हालांकि इस बीच सवाल यह भी उठ रहा है कि पिछले साल चुनाव आचार संहिता लागू होने के बाद दिल्ली जाने के लिए वीरभद्र सिंह ने हेलिकॉप्टर औ मुकेश अग्निहोत्री ने सरकारी गाड़ी के इस्तेमाल के लिए चुनाव आयोग से इजाजत मांगी थी। बाद में आयोग से अनुमति लेने के बाद उस समय वीरभद्र सरकारी हेलिकॉप्टर से दिल्ली गए थे, जब मतदान तक हो चुका था। उस समय दिल्ली में आय से अधिक संपत्ति मामले की सुनवाई भी चल रही थी।

क्यों हेलिकॉप्टर इस्तेमाल करते हैं सीएम?
चूंकि सरकार का प्रमुख होने के नाते सीएम को विभिन्न जगहों पर पहुंचना होता है, ऐसे में भारी शेड्यूल के बीच यात्राओं में समय नष्ट न हो, इसलिए मुख्यमंत्री को हेलिकॉप्टर इस्तेमाल करना पड़ता है। बेशक हिमाचल क्षेत्रफल के लिहाज से छोटा प्रदेश है मगर यहां के पहाड़ी रास्ते किलोमीटर के हिसाब से दूरी को बढ़ा देते हैं। ऐसे में हवाई यात्रा करना बेशक महंगा होता है मगर यह यात्रा का समय घटा देता है। इसके साथ ही राज्य के मुख्यमंत्रियों को दिल्ली में भी विभिन्न बैठकों में आना-जाना पड़ता है। इसलिए भी यह हेलिकॉप्टर सुविधाजनक हो जाता है। मगर यह भी तथ्य है कि ये यात्राएं बहुत महंगी होती हैं।

SHARE