पार्टीं के बदले परिद्वश्य के बीच नड्डा की भूमिका सब नेताओं से कहीं ऊपर नजर आ रही है। आज जिस तरह से शांता कुमार ने नड्डा का गर्मजोशी से स्वागत किया है उससे साफ संकेत मिलते हैं कि अब नई खिचडी़ पार्टी के बीच पककर ही रहेगी। नड्डा के साथ मंडी के सांसद रामस्वरूप व शिमला के सांसद वीरेंद्र कश्यप भी पहुंचे हैं। उधर, धूमल खेमे के नेता सीधे ही भरवाईं पहुंचे।
ऊना गेस्ट हाउस में पार्टी नेतायों एवं कार्यकर्ताओं से खचाखच भरे हाल में जब नड्डा सोफे पर बैठने लगे तो अचानक उन्होंने अपने आसपास नजर दौड़ाई और शांता कुमार जी को बुलाते हुए कहा शांता जी आप कृपया यहाँ बैठे। इसी के साथ उन्होंने शांतकुमार की एकदम बीच सोफे पर बिठाया। नड्डा के इस अंदाज से समस्त हिमाचल बीजेपी यह समझ गयी की लेटर बम के बावजूद यह ना समझा जाए की शांता कुमार पार्टी में अलग थलग हो गए हैं। नड्डा द्वारा शांता कुमार को दिए सम्मान से यह पता भी चल गया की क्यों केंद्रीय आलाकमान शांता कुमार के लेटर वाले मुद्दे पर चुप रहा।