हिमाचल के 12 शहर बनेंगे पहाड़ी राज्यों के मॉडल टाउन, केंद्र देगा फंड

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शिमला।।
स्मार्ट  सिटी पर चल रही राजनीतिक  खींचतान के बीच हिमाचल प्रदेश के लिए एक नयी खुशखबरी आई है।  देश के पर्वतीय राज्यों के लिए पायलट प्रोजेक्ट के तहत धर्मशाला और सुंदरनगर को मॉडल सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा,  जिसमें  मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा।  इन सुविधाओं के तहत , मल निकासी, कूड़ा प्रबंधन, स्ट्रीट लाइट्स स्वच्छ पेयजल और 6 अन्य सुविधाओं को भी जोड़ा जाएगा।  केंद्र सरकार ने इसके लिए प्राइस हाउस वाटर कूपर कंपनी को नियुक्त किया था जिसमे धर्मशाला और सुंदरनगर को अपनी प्री फिसिबिलिटी रिपोर्ट में मॉडल टाउन के लिए सही पाया है।
केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को भी इससे अवगत करवा दिया हैं। प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप के तहत वित्त मंत्रालय भारत सरकार से पोषित इस प्रोजेक्ट का पूरा खर्च केंद्र सरकार उठाएगी।  10 वर्षों तक जनता से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा बाद में सुविधाओं को देखते हुए शुल्क निर्धारित किया जा सकता है।
 ( सांकेतिक चित्र)

हिमाचल के लिए खुशखबरी यह है कि इस प्रोजेक्ट के तहत जितनी आबादी के शहरों को चुना जाना था, उतनी आबादी शिमला के अलावा किसी शहर की नहीं है।  इसलिए आबादी की शर्त को पूरा करने के लिए  दोनों किट्टी के आसपास के शहर भी इसमें जोड़ दिए गए और इन्हे धर्मशाला एवं सुंदरनगर क्लस्टर का नाम दे दिया गया।
अब फायदा यह हुआ की धर्मशाला क्लस्टर में जहाँ ” धर्मशाला , काँगड़ा, पालमपुर बैजनाथ , ज्वालामुखी एवं देहरा भी जुड़ गए वहीँ सुंदरनगर क्लस्टर में ‘ मंडी, सुंदरनगर, कुल्लू मनाली, रिवालसर एवं जोगिन्दर नगर शामिल  करने पड़े।
इस आधार पर देखा जाए तो हिमाचल प्रदेश में  11  नए  शहर  मॉडल टाउन में आ गए हैं धर्मशाला पहले ही स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट  एवं शिमला “अमृत ” योजना के तहत है।  कुलमिलाकरयह प्रदेश के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है