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Sunday, May 5, 2024

पक्के हिंदू मगर जातिवाद के कट्टर विरोधी थे शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती

राजेश वर्मा।। शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती जी एक ऐसी शख्सियत जिन्हें धर्मगुरु कहें, समाजसेवी कहें या सनातन धर्म के प्रचारक प्रसारक कहें या कुछ और? जमाने के साथ चलने वाले शंकराचार्य का चले जाना दुखद ही...

लेख: हिमाचल की लचर स्वास्थ्य सुविधाओं को ऐसे सुधार सकती है सरकार

कर्म सिंह ठाकुर।। सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में दिन प्रतिदिन सुविधाएं गर्त में जा रही है। सुबह ही लंबी लंबी कतारें हर अस्पताल की कहानी बनी हुई है। पर्ची बनाने के लिए ही लंबी लंबी...

हिमाचल में घर, गांव और राजनीति से लेकर देव परंपरा तक फैला है जातिवाद

हिमाचल प्रदेश में कुल्लू के चेष्टा स्कूली बच्चों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में कथित रूप से जाति के आधार पर किए गए भेदभाव के बाद हिमाचल प्रदेश में जातिवाद को लेकर बहस...

कर्ज न चुकाने वाले अमीरों पर चले किसानों की हत्या का मामला

राजेश वर्मा।। किसानों द्वारा आत्महत्या करना आत्महत्या नहीं, हत्या है और इनका उन लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए जो देश के बैंकों में घोटाले करके चंपत हो जाते हैं। ऐसे लोगों पर...

हिमाचल में जातिवाद: शुतुरमुर्ग बने बैठे हैं तथाकथित अगड़ी जातियों के कुछ लोग

इन हिमाचल डेस्क।। जातिवाद हिमाचल प्रदेश में इतने चरम पर है कि तथाकथित अगड़ी जातियों के लोग यही मानने को तैयार नहीं है कि हिमाचल में जाति के आधार पर भेदभाव होता है। सोशल...

SDM लेने के चक्कर में बहुत कुछ खोने की तरफ बढ़ते लोग

राजेश वर्मा।।  दुर्भाग्यपूर्ण क्या बेहद निंदनीय है की सराज के एक हिस्से में वहां कुछेक लोगों द्वारा मात्र एसडीएम कार्यालय के लिए गैर जिम्मेदाराना तरीके से उस इतिहास को बदनाम करने की कोशिश की...

बेरोजगारी भत्ते की जगह निःशुल्क आयोजित हों प्रतियोगी परीक्षाएं

राजेश वर्मा।। "बेरोजगारी" एक ऐसा नाम जो माथे पर चिंता की लकीरें उकेर देता है। प्रत्येक व्यक्ति खुद से या फिर अपने परिवार से इस शब्द को दूर करने के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है।...

गांवों के रास्ते हासिल होगा स्वच्छ और स्वस्थ भारत का लक्ष्य

के.एस. ठाकुर।। भारत को आजाद हुए सात दशक हो चुके हैं, पर भारत आज भी स्वच्छता के लिए संघर्षरत है। पिछली जनगणना वर्ष 2011 के आंकड़ों के मुताबिक ग्रामीण परिवारों में मात्र 30.7 प्रतिशत...

क्यों भई, बस शिक्षक ही सरकारी कर्मचारी हैं क्या?

राजेश वर्मा।। तबादला नीति सबके लिए बननी चाहिए। सभी को पता है कि शिक्षा विभाग ही नहीं, अन्य विभागों में नियुक्त कर्मचारी भी जिला, तहसील व घरों के नजदीक दशकों से डेरा जमाए बैठे हैं।...

कब दूर होगी हिमाचल के सरकारी कर्मचारियों की पेंशन की टेंशन?

राजेश वर्मा।। आज पूरे देश के साथ-साथ प्रदेश में भी 2003 के बाद नियुक्त होने वाले कर्मचारियों में नई पेंशन योजना (एनपीएस) को लेकर दिन ब दिन रोष बढ़ता जा रहा है। विरोध होना भी...