मंडी।। हिमाचल प्रदेश के सुंदरनगर नगर में नहर में गिरी एक महिला का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है। लोगों को यह वीडियो इसलिए आकर्षित कर रहा है क्योंकि जो महिला नहर में गिरी है, वह डूबी नहीं बल्कि तैर रही है। बिना हाथ-पैर हिलाए यह महिला ऐसे तैर रही है मानो पानी की सतह पर कोई सूखा पत्ता या तिनका तैर रहा हो।
इस वीडियो को हिमाचल प्रदेश के कुछ मीडिया पोर्टलों और अखबारों ने एक तरह से चमत्कारी घटना के तौर पर पेश किया है मगर हकीकत में यह सामान्य वैज्ञानिक घटना है। दरअसल इस वीडियो को लेकर कहा जा रहा है कि एक महिला अचानकर नहर में जा गिरी या शायद मानसिकर तौर पर परेशान होने के कारण ऐसा कदम उठा लिया। पहले लोगों को जब यह महिला तैरती हुई दिखाई दी तो उन्हें लगा कि शायद किसी का मृत शरीर तैर रहा है। मगर नजदीक से देखा गया तो महिला ठीक हालत में नजर आई। आखिरकार उसे सुरक्षित बचा भी लिया गया।
घटना तीन दिन पहले की है मगर इसके वीडियो अब वायरल हो रहे हैं। कुछ लोग इस वीडियो को फर्जी बता रहे हैं मगर यह वीडियो एकदम असली है। इससे पहले कि आप समझें कि महिला इस तरह के कैसे तैर रही है, पहले वीडियो देखें।
क्या है कारण
अगर आपमें से कोई तैरना जानता होगा तो उसे मालूम होगा कि फ्लोटिंग क्या होती है। फ्लोटिंग का अर्थ है- तैरने के लिए बिना हाथ-पैर हिलाए सतह पर ऐसे रहना मानो आप कोई हल्की-फुल्की चीज हों। इसके लिए शरीर को ढीला छोड़ देना होता है और फेफड़ों में सांस भरनी होती है। फेफड़ों में मौजूद हवा आपके शरीर हो हल्का कर देती है इस कारण शरीर पानी पर तैरता रहता है। सांस को धीरे-धीरे छोड़ना होता है ताकि एकदम से फेफड़े खाली करके आप शरीर को भारी न कर दें।
हालांकि अगर आप मोटे हैं तो ऐसी स्थिति में भी पैरों वाला हिस्सा कई बार पानी के अंदर चला जाता है और सिर्फ छाती वाला हिस्सा तैरता रहता है। हालांकि फिर भी आपका सिर भी पानी के ऊपर रहता है जिससे आप डूबने से बचे रहते हैं। लेकिन आप दुबले हैं तो इससे आपको फ्लोटिंग में और ज्यादा सुविधा होती है। इस फ्लोटिंग विधा का इस्तेमाल वॉटर स्पोर्ट्स से लेकर मेडिटेशन और योग तक में किया जाता है।
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक बाबा का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह पानी में योग करते दिख रहे थे। यह भी इसी फ्लोटिंग टेक्नीक के कारण संभव है।
अब फिर उसी सवाल पर आते हैं कि सुंदरनगर में वह महिला कैसे इस तरह से तैर पा रही है। सबसे पहले समझने की बात यह है कि अगर आपको तैरना आता है तो आराम से फ्लोटिंग कर सकते हैं। अगर वह महिला बचपन से ही तैरना जानती रही होगी तो संभव है कि पैर फिसलने पर उसने तैरने के बजाय सुरक्षित ढंग से फ्लोट करना उचित समझा।
डूबते कैसे हैं लोग
जिन लोगों को तैरना नहीं आता, उनके डूबने की वजह यह होती है कि वे घबरा जाते हैं और हाथ-पैर चलाने लगते हैं। इससे तैर तो वो पाते नहीं, उल्टा पानी के अंदर गोते खाते रहते हैं और आखिरकार डूब जाते हैं। मगर इस महिला के साथ अच्छी बात यह हुई कि उसने ऐसी कोई हरकत नहीं की। अगर वह घबराकर हाथ-पांव मारती तो शायद बहुत पहले डूब चुकी होती और व्यस्त शहर में किसी को पता भी नहीं चलता कि वह कैसे डूबी।
मगर वह शांत रही और आराम से फ्लोट करती रही। इस बीच ऐसी जानकारी सामने आई है कि महिला मानसिक तौर पर अस्थिर है। ऐसा इस हादसे के सदमे के कारण हुआ या पहले से ही ऐसी थीं, इस बारे में जानकारी स्पष्ट नहीं है। मगर जैसा कि आप वीडियो देखकर समझ सकते हैं, महिला असामान्य रूप से शांत है और बीच में हाथ भी हिलाती है।
क्या है संभावना
इस बात को लेकर तो कोई शक नहीं है कि यह महिला फ्लोटिंग के कारण ही बची। मगर यह फ्लोटिंग इरादतन थी या संयोग से, इसे लेकर संभावनाओं पर ही विचार किया जा सकता है। ऐसे में एक संभावना के तहत कहा जा सकता है कि महिला की ऐसी मानसिक स्थिति के कारण उसका पैनिक में न आकर हाऱ-पैर न हिलाना ही जीवनदायक बन गया। वह आहिस्ता-आहिस्ता सांस लेती रही और वजन कम होने के कारण मंदर रफ्तार से बह रही नहर की सतह पर तैरती रहीं।
संभव है कि पानी में कूदने के बाद शुरू में ही वह घबराकर बेसुध हो गई हो। जब आदमी बेसुध होता है तो उसका शरीर सामान्य रूप से सांस लेने जैसी क्रियाएं करता रहता है। तो हो सकता है कि महिला पीठ के बल पानी की सहत पर गिरकर बेसुध हुई हो। इस बीच शरीर ने अपने आप सांस लेना जारी रखा और इस कारण महिला डूबी नहीं बल्कि फ्लोट करती रही। वैसे भी इन्सानों के बहुत छोटे बच्चे तक फ्लोटिंग स्वाभाविक तौर पर कर सकते हैं।
तो आपके लिए भी सबक है, अगर आपको तैरना नहीं आता और कभी पानी में गिर जाएं तो घबराकर बिना वजह हाथ-पैर न मारें। हिम्मत रखें, सांस रोकें और फ्लोट करने की कोशिश करें। हो सकता है कोई आपको बचा ले। यह काम कैसे किया जा सकता है, इसके लिए नीचे दिया गया वीडियो देखें और आसान कदमों में फ्लोट करना सीखें।