शिमला।। कुल्लू जिले के बंजार में हुई बस दुर्घटना के बाद ओवरलोडिंग को लेकर बरती जा रही सख्ती से लोगों को हो रही असुविधा के बाद परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने परिवहन अधिकारियों के साथ मीटिंग की। इसके बाद मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल ने भी अधिकारियों से बैठक की।
इस दौरान अधिकारियों से पूछा गया है कि फिलहाल हालात को देखते हुए बसों में कितनी प्रतिशत ओवरलोडिगं की इजाजत दी जा सकती है। इसके लिए एक दिन के अंदर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।

गौरतलब है कि कुल्लू में बरती जा रही सख्ती के कारण बस चालक अतिरिक्त लोगों को नहीं बिठा रहे हैं। कहीं कहीं तो कुछ बसें लोकल रूट की सवारियों को नहीं बिठा रही हैं। इससे छात्रों को भी असुविधा हुई जिससे उन्होंने प्रदर्शन करके नारेबाजी भी की थी।
परिवहन मंत्री के साथ हुई बैठक में ये फैसले लिए जाने की बात सामने आई है-
- जहां ओवरलोडिंग की समस्या है, उन इलाकों में अस्थायी परमिट दिए जाएंगे।
- रूट पर बसें न चलाने वाले ऑपरेटरों के परमिट रद्द किए जाएंगे।
- ग्रामीण इलाकों में अगस्त से 124 नए रूट देना शुरू किया जाएगा।
- अगले दो सालों के अंदर वाहनों की फिटनेस की जांच मशीनों से करने की व्यवस्था की जाएगी।
- टैक्स जमा करने वाले ट्रांसपोर्टरों के लिए स्पेशल ट्रेनिंग कैंप लगाया जाएगा।
- कॉन्ट्रैक्ट कैरेज बसों को रेग्युलेट किया जाएगा।
- प्रदेश की सभी स्कूल बसों की जांच का काम तीन महीने के अंदर पूरा किया जाएगा।
- परिवहन विभाग में अधिकारियों और कर्मचारियों के खाली पद भरे जाएंगे।
- सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए चुने हुए प्रतिनिधियों की मदद ली जाएगी।
- राजस्व बढ़ाने के टारगेट को समय से पहले पूरा करने की कोशिश की जाएगी।