शिमला।। जगह-जगह घूमकर जरूरतमंद लोगों के साथ फोटो खिंचवाकर सोशल मीडिया पर उनका दर्द बताने वाले कांगड़ा जिला निवासी संजय शर्मा की पत्नी के तबादले को होई कोर्ट ने रद कर दिया है। हाल ही में संजय शर्मा ने विधायकों का यात्रा भत्ता बढ़ने के विरोध में भीख मांगकर विरोध प्रदर्शन किया था।
एक हिंदी अखबार के मुताबिक, कथित तौर पर इससे नाराज होकर प्रदेश के आठ विधायकों ने धर्मशाला में पुलिस के नारकोटिक्स विंग में तैनात संजय शर्मा की पत्नी अनीता शर्मा का तबादला छठी आईआरबी बटालियन में करने के डीओ नोट भेजे थे। इसके आधार पर सीएम ऑफिस से अनीता के तबादले का आदेश जारी हो गया था।
बाद में अनीता शर्मा ने इसे हाईकोर्ट में चुनौती दी जहां इस तबादला आदेश को रद्द कर दिया गया। संजय शर्मा ने अदालत के आदेश का स्वागत किया है और कहा है कि “समाजसेवा की मेरी मुहिम जारी रहेगी।” गौरतलब है कि तथाकथित समाजसेवी संजय शर्मा को आजकल उनकी टीम के सदस्य ‘बड़का भाऊ’ के नाम से बुलाने लगे हैं।
वह प्रदेश भर में घूमकर जरूरतमंद लोगों के पास जाकर उनके साथ फोटो खिंचवाते हैं और उनकी मदद करते हैं। वह उन जरूरतमंद लोगों का दर्द और पूरी कहानी भी सोशल मीडिया पर रखते हैं। इससे अन्य लोग भी इन जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आते हैं और प्रशासन भी हरकत में आता है। हालांकि कई बार उनके दावों पर सवाल भी उठे हैं कि कैसे वह किसी एक व्यक्ति के दावे को ही सच मानकर एक ही पक्ष सामने रखते हैं।
‘समाजसेवी’ के दावों पर उठे सवाल, प्रशासन ने कहा- तस्वीरें सही नहीं