बिलासपुर।। हफ़्ते भर की माथापच्ची के बाद कांग्रेस ने आखिरकार तय कर लिया किया कि वह हमीरपुर सीट से बीजेपी के अनुराग ठाकुर के खिलाफ किसे उतरेगीं। नैना देवी के विधायक ठाकुर राम लाल यहां से कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे।
बीजेपी और कांग्रेस, दोनों दलों के उम्मीदवार सतलुज और ब्यास नदियों के मध्य क्षेत्र से आते हैं। किसी ज़माने में कोट कहलूर का प्रतिनिधित्व करने वाले रामलाल ठाकुर पूर्व में मंत्री भी रहे हैं। रामलाल ठाकुर 1985, 1993, 1998, 2003 में कोट कहलूर से विधायक रह चुके हैं। राज्य में कांग्रेस सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री रहे रामलाल 2017 से पुनर्सीमांकन के बाद बनी श्री नैना देवी सीट से विधायक हैं।
हार की हैट-ट्रिक
अनुराग ठाकुर के अभेद्य से नजर आने वाले दुर्ग को भेदने के लिए चयनित कांग्रेस सेनापति रामलाल ठाकुर का लोकसभा चुनाव का इतिहास कड़वा ही रहा है। ठाकुर रामलाल इससे पहले 1999, 2004, और 2007 में हार की हैट-ट्रिक हमीरपुर सीट से लगा चुके हैं।
1999 में भाजपा के सुरेश चंदेल ने रामलाल ठाकुर को लगभग 1 लाख 30 हज़ार वोट से हराया था। दोनों उम्मीदवार तब बिलासपुर से सम्बंधित थे। लेकिन 2004 में रामलाल ठाकुर ने ज़बर्दस्त वापसी की और सुरेश चंदेल से हार के बावजूद मार्जन 1600 तक ले आए थे।
2007 उपचुनाव में रामलाल ठाकुर को प्रेम कुमार धूमल से फिर 82,000 से हार का सामना करना पड़ा।
1998 से ही हमीरपुर सीट पर भाजपा का क़ब्ज़ा है। अनुराग ठाकुर 3 बार से सांसद हैं। इससे पहले के सांसदों प्रेम कुमार धूमल और सुरेश चंदेल से रामलाल ठाकुर हार का स्वाद चख चुके हैं। अब अनुराग ठाकुर से उनका सामना है।
12 वर्ष बाद रण में दो प्रमुख दलों के उम्मीदवार बिलासपुर और हमीरपुर से हैं। आजकल इलाके में छिंज-कुश्तियों का सीज़न ज़ोरों पर है। अब 23 मई को पता चलेगा कि कौन किसे पटखनी देता है। तब तक बयानबाजी और सियासी दांवपेंच जनता को देखने को मिलेंगे।
(संकलन: आशीष नड्डा)