इन हिमाचल डेस्क।। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आत्मघाती हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के शामिल होने के बाद ईरान ने भी यह कहा है कि पाकिस्तान के सुरक्षा बल ‘आत्मघाती बॉम्बर्स’ को पनाह देने का काम करते हैं। ईरान ने पाकिस्तान से अपने यहां छिपे आतंकियों पर कार्रवाई करने को कहा है और चेताया है कि ऐसा न किया तो गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
दरअसल गुरुवार को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमले से एक दिन पहले ही बुधवार को ईरान में भी एक आत्मघाती हमला हुआ था। इस हमले में ईरान रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स के 27 सैनिकों की मौत हो गई थी। इसका तरीका भी पुलवामा जैसा था। पाकिस्तान सीमा से लौट रहे जवानों की बस के बगल में विस्फोटकों के भरी गाड़ी लाकर आतंकवादी ने धमाका कर दिया था।
ईरान और पुलवामा में हुआ हमले का तरीका काफी हद तक मिलता-जुलता है। पुलवामा में अटैक की भी ईरान ने तीखी निंदा की थी। नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास ने ट्वीट कर कहा था, ‘ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बहराम कासेमी ने भारत में हुए आतंकी हमले की तीखी निंदा की है, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं।’
अब ईरानी सेना के मेजर जनरल मोहम्मद अली जाफरी ने आतंकी संगठन जैश-अल-अदल का जिक्र करते हुए कहा, ‘पाकिस्तान की सरकार ऐसे आतंकियों को पनाह देती है, जो हमारी सेना और इस्लाम के लिए खतरा है। उसे पता है कि ये लोग कहां छिपे हैं और पाकिस्तानी सुरक्षा बल उन्हें समर्थन देने का काम करते हैं।’