नई दिल्ली।। भारत के बड़े ब्रैंड्स पर अपने शहद में मिलावट करने का आरोप लगा है। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरन्मेंट (CSE) के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि पतंजलि, डाबर और झंडू जैसे ब्रैंड मिलावटी शहद बेच रहे हैं। इनमें चीन में तैयार मॉडिफाइड शुगर भी पाई गई है।
हालांकि, इन आरोपों को कंपनियों ने गलत बताया है। पतंजलि, डाबर और झंडू का कहना है कि वे शहद में मिलावट नहीं करते और भारत के खाद्य नियामक FSSAI की शर्तों का पालन करते हैं।
क्या कहता है CSE
सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण के मुताबिक, उन्होंने इस मामले की पड़ताल तब की जब उत्तर भारत के उत्पादकों ने बीच यह शिकायत उभरी कि शहद की बिक्री में उछाल के बावजूद उन्हें मुनाफा कम हो रहा है। बुधवार को जारी बयान में उन्होंने कहा, “भारत में बिक रहे लगभग सही ब्रैंड्स में शुगर सिरप डाला गया है। कोरोना के काल में यह खतरनाक है क्योंकि वे शहद की बजाय ज्यादा शुगर ले रहे हैं।”
भारत में बिक रहे कई ब्रैंड बेसिक टेस्ट ही क्लियर नहीं कर पाए। सीएई के मुताबिक, एपिस हिमालय ही शुद्धता के बुनियादी टेस्ट पार कर पाया। वहीं, बाद में जब इन्हीं ब्रैंड्स का NMR टेस्ट किया गया तो तीन ही ब्रैंड पास हुए। 13 ब्रैंड्स के एनएमआर टेस्ट जर्मनी में किए गए थे। इनमें सफोला, मार्कफेडसोहना और नेचर्स नेक्टर ही सभी टेस्ट पास कर पाए।
एनएमआर टेस्ट का पूरा नाम न्यूक्लिर मैग्नेटिक रेजोनेंस (Nuclear Magnetic Resonance) टेस्ट होता है। यह मिलावट का पता लगाने की सबसे विश्वसनीय तकनीक है। भारत से बाहर निर्यात किए जाने वाले शहद के लिए एमएनआर टेस्ट करना अनिवार्य है।