कांगड़ा।। हिमाचल प्रदेश के लोक गायक मस्त राम अब इस दुनिया में नहीं रहे। पालमपुर में 104 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। आलमपुर के साई के रहने वाले मस्त राम अपने समय के शानदार लोकगायक थे। जिस दौर में मनोरंजन के साधन सीमित थे, लोगों को पता चलता था कि मस्त राम किसी कार्यक्रम में आ रहे हैं तो वे मीलों चलकर उन्हें सुनने पहुंचते थे।
पंडित प्रताप चंद शर्मा जी के लिखे गीत ‘ठंडी-ठंडी हवा झुलदी, झुलदे चीलां दे डालू’ को गाकर मस्त राम ने प्रसिद्धि के नए आयाम छुए थे। उन्होंने 12 महीनों के ऊपर 12 माही गाना लिखा था। साथ ही उन्होंने पहाड़ी में मां ज्वाला की स्तुति में भी गीत (भजन) लिखे थे।
मस्तराम अपने पीछे 90 सदस्यों का परिवार छोड़ कर गए हैं। इनमें 6 पुत्र और 5 लड़कियां शामिल हैं। उनके 4 पुत्र ऊंचे पदों से सेवानिवृत्त हैं जबकि 2 बेटे सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं। अपने दौर में कई लोगों को गायन की तरफ प्रेरित करने वाली इस महान विभूति को इन हिमाचल की तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि।