धर्मशाला।। धर्मशाला से बीजेपी विधायक विशाल नैहरिया ने कांग्रेस नेता रघुवीर सिंह बाली की रोजगार यात्रा को लेकर सवाल किए हैं। उन्होंने रोजगार यात्रा को बाली परिवार का पुराना राजनीतिक शिगूफा करार देते हुए कहा कि जब-जब चुनाव आते हैं तो बाली परिवार ऐसी यात्रा निकालने लगता है। और तो और, दिवंगत पूर्व मंत्री जीएस बाली ने तो 2015 में अपनी ही सरकार के खिलाफ ऐसी यात्रा निकालने की तैयारी कर दी थी। उस समय वीरभद्र सिंह ने कहा था कि यात्राएं करने से यदि रोजगार मिलता तो मैं प्रदेश का पांच बार भ्रमण कर लेता।
नैहरिया ने कहा कि 2012 में भी पूर्व मंत्री जीएस बाली ने ऐसी ही रोजगार यात्रा निकाली थी। लेकिन 2012 से 2017 तक वह खुद मंत्री रहे तो उन्होंने कितने लोगों को रोजगार दिलाया? उल्टा हालत यह थी कि 2015 में वह खुद मंत्री होने के बावजूद मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ ही रोजगार यात्रा निकालने की तैयारी में थे। उन वीरभद्र सिंह के खिलाफ, जिनके तथाकथित विकास मॉडल का जिक्र आज कांग्रेस पूरे हिमाचल में कर रही है।
विधायक विशाल नैहरिया ने कहा कि पूरा हिमाचल जानता है कि न तो जीएस बाली की रोजगार यात्रा से युवाओं को लाभ हुआ और न ही आरएस बाली की यात्रा से होगा। हां, हिमाचल की जनता ये जरूर जानना चाहती है कि जीएस बाली जब सरकार में मंत्री थे तो कैसे उनके विभागों में होने वाली भर्तियों में सिर्फ एक क्षेत्र के युवा भर्ती होते थे।
विशाल नैहरिया ने कहा कि रोजगार यात्रा के नाम पर जो भारी-भरकम जो खर्च किया जा रहा है, उससे कितने ही युवाओं को स्वरोजगार के लिए धन दिया जा सकता था। उन्होंने कहा कि यात्रा निकालने से नहीं बल्कि नीति बनाने से युवाओं को रोजगार मिलेगा और नीति बनाने का काम जयराम ठाकुर की सरकार ने किया है।
विशाल नैहरिया ने कहा कि वर्तमान जयराम सरकार में स्वावलंबन योजना का हज़ारों युवा लाभ उठा रहे हैं। प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की दृष्टि से स्वावलंबन योजना को शुरू किया गया था। योजना के तहत कुल 721 करोड़ रूपये का निवेश हुआ। 200 करोड़ रूपये की अनुदान राशि प्रदान की गई। इसमें कुल 4 हजार 377 इकाइयां क्रियान्वित हो चुकी हैं। 11,674 लोगों को रोजगार मिल चुका।
विशाल नैहरिया ने कांग्रेस और रघुवीर सिंह बाली से पूछा कि कांग्रेस बताए कि क्या कांग्रेस शासनकाल में भी किसी योजना की शुरुआत हुई, जिससे युवा स्वरोजगार अपनाकर आत्मनिर्भर बन सकें। नैहरिया ने कहा कि जयराम सरकार रिपीट होने जा रही है और आगे भी युवाओं को सरकारी एवं निजी क्षेत्र में रोजगार देने व उन्हें स्वरोजगार से जोड़ने का अभियान तेजी से चलता रहेगा।
धर्मशाला के विधायक ने कहा कि कांग्रेस जिस वीरभद्र सिंह विकास मॉडल का ढिंढोरा सारे प्रदेश में पीट रही है, उसकी हकीकत यह थी कि चुनाव से पहले तो बेरोजगारी भत्ता देने की बात कही थी मगर सत्ता में आते ही देने से इनकार कर दिया था। यही कारण है कि हिमाचल की जनता कांग्रेस की ओर से दी जा रही गारंटियों पर भी यकीन नहीं कर रही।