शिमला।। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में सामान्य मरीज बढ़ने लगे हैं। हर वार्ड में लगभग सभी बेड पर दो-दो मरीज एडमिट हैं। आलम ये है कि कोविड मरीजों के लिए बने मेकशिफ्ट अस्पताल में भी सामान्य मरीज रखे जा रहे हैं। आईजीएमसी में मेकशिफ्ट वार्ड में अब तक 10 से 15 मरीज भर्ती किए जा चुके हैं। आजकल मौसमी वायरल के मरीज बढ़ने के कारण भी ऐसा हो रहा है।
अस्पताल में भर्ती होने वाले ज्यादातर मरीज ऐसे हैं, जो कोविड से रिकवर हुए हैं। लेकिन जिस तरह से आईजीएमसी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। आग दबी स्थिति रही तो मेकशिफ्ट अस्पताल भी अगले हफ्ते तक फुल हो जाएगा। यहां भी एक बीएड पर दो मरीजो को रखने की नौबत आ सकती है। क्योंकि डॉक्टर किसी भी मरीज को एडमिट करने से मना नहीं कर सकते हैं।
आईजीएमसी के प्रशासनिक अधिकारी डॉ राहुल गुप्ता ने बताया कि अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गयी है, जबकि बेड की संख्या काफी कम है। डॉक्टरों की मजबूरी है कि वह किसी भी मरीज को एडमिट करने से मना नहीं कर सकते हैं। ऐसे में आईजीएमसी के मेकशिफ्ट वार्ड में सामान्य मरीजों को भर्ती किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि जब नया ओपीडी ब्लॉक शुरू हो जाएगा तो पुराने ब्लॉक में रही ओपीडी को नए ब्लॉक में शिफ्ट कर दिया जाएगा। पुराने ब्लॉक में बेड लगाए जाएंगे, जिससे मरीजों को दिक्कत नहीं होगी।
बता दें कि आईजीएमसी में करीब 850 बेड हैं। जबकि 1800 से ज्यादा मरीज यहां पर एडमिट किए गए हैं। मेडिसन, आर्थाे, सर्जरी, प्लमाेनरी मेडिसन वार्ड में सबसे ज्यादा भीड़ है। लगभग हर वार्ड में बेड की संख्या से दोगुना मरीज एडमिट किए गए हैं।