सरकार के परीक्षाएं न करवाने के फैसले से विश्वविद्यालय को लाखों की चपत

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शिमला।। बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय यूजी के प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों को प्रोमोट करने का फैसला लिया गया। हालांकि इस फैसले ने सबको हैरान कर दिया। विश्वविद्यालय ने परीक्षाएं करवाने की पूरी तैयारी कर ली थी। द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों के लिए परीक्षा का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया था।

ऐसे में कैबिनेट के परीक्षाएं न करवाने के फैसले से विश्वविद्यालय को 40 से 45 लाख की चपत लग गयी है। विश्वविद्यालय ने परीक्षाओं की तैयारी में 40 से 45 लाख खर्च कर दिए थे। इसमें प्रश्न पत्र सेटिंग, प्रिंटिंग, प्रश्न पत्र परीक्षा केंद्र तक पहुंचाने आदि खर्च शामिल हैं।

युवा कांग्रेस और एनएसयूआई पिछले कुछ समय से विद्यार्थियों को प्रोमोट करने की मांग को लेकर भूख-हड़ताल पर बैठी थी। ऐसे में सरकार के इस फैसले से प्रतीत होता है कि सरकार इस आंदोलन से झुक गयी गई है।