राजन सुशांत और कृपाल परमार की ‘जुगलबंदी’ कहीं राकेश पठानिया पर पड़ न जाए भारी

फतेहपुर।। हमेशा से हॉट सीट मानी जाने वाली फतेहपुर सीट इस बार पहले से ज्यादा हॉट मानी जा रही है। माना जा रहा है कि इस बार यहां बीजेपी की ओर से घोषित उम्मीदवार राकेश पठानिया के खिलाफ दो बड़े नेता एकसाथ आ सकते हैं। ये नेता हैं- पहले बीजेपी में रहे और अभी आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट डॉ. राजन सुशांत और पूर्व राज्य सभा सांसद कृपाल परमार। ऐसी खबरें हैं कि दोनों नेताओं के बीच गुपचुप ढंग से बात भी हो चुकी है।

फतेहपुर में बीजेपी का काफी जनाधार रहा है मगर पिछले 13 सालों से यहां कांग्रेस जीतती आ रही है। और जिस तरह यहां बीजेपी बंटी हुई है, उससे लगता है कि आगे भी यही सिलसिला जारी रह सकता है। पिछले हर चुनाव में भाजपा के असंतुष्ट नेताओं ने भाजपा की नैया डुबोने और कांग्रेस को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। ऐसा इस बार भी हो सकता है।

समस्या यह भी है कि स्थापित नेताओं समेत फतेहपुर में बीजेपी के करीब एक दर्जन टिकटार्थी थे। वे एक दूसरे के खिलाफ अभियान चलाते हुए यह भी कहते रहे हैं कि यहां बाहरी नहीं चलेगा। कृपाल परमार का विरोध भी इसी कारण हुआ था। ऐसे में अब नूरपुर के राकेश पठानिया को दावेदार बनाने पर क्या होगा, आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।

बीजेपी आलाकमान ने राकेश पठानिया को फतेहपुर भाजपा का प्रत्याशी बनाकर अजीब स्थिति पैदा कर दी है। बहुत से टिकटार्थी अभी तक चुप हैं लेकिन चुनावों के दौरान उनकी भूमिका क्या रहेगी, यह बात देखने लायक होगी। इस संबंध में जब भाजपा मंडल अध्यक्ष राजिंदर राणा से बात की तो उन्होंने बताया की पार्टी का निर्णय सर्वोपरि है और मंडल की ओर से जिस प्रत्याशी के लिए वोटिंग हुई थी, टिकट भी उसी के अनुरूप मिला है।

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