स्पीति।। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय ज़िले लाहौल स्पीति में कोरोना के सहमे लोगों ने अपने विधायक का रास्ता रोककर उन्हें लौटने पर मजबूर कर दिया। लोगों ने काजा पहुँचे कृषि एवं जनजातीय विकास मंत्री रामलाल मार्केंडय का भारी विरोध किया। विरोध करने वालों में अधिकतर महिलाएँ थीं। इस दौरान सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियाँ उड़ती दिखीं।
हाल ही में स्पीति के लोगों ने इलाक़े में बस सेवा शुरू करने का भी विरोध किया था। जो बसें आई थीं, उनसे लोगों को उतरने नहीं दिया गया था और वापस रिकॉन्गपिओ भेज दिया था।
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हजारों की तादाद में सड़कों पर स्पीति की महिलायें, कोविड-१९..सुमदो-काजा-ग्राफ़ों सड़क और मज़दूरों के समर्थन पर किया जमकर प्रदर्शन…..कृषि मंत्री को होना पड़ा वापिस !!
Lahaul Spiti ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಮಂಗಳವಾರ, ಜೂನ್ 9, 2020
क्या है मामला
महिला मंडल काजा के नेतृत्व में आई महिलाओं का कहना था कि जब बाहर से आने वाले लोगों के लिए क्वॉरन्टीन किए जाने का नियम है तो विधायक एवं मंत्री ख़ुद क्यों इसका पालन नहीं कर रहे। उन्होंने कहा कि नियम सभी के लिए बराबर होते हैं।
महिलाओं ने गेट के पास ही गाड़ी रोक दी। वाहन से उतरे मंत्री ने लोगों से बात करनी चाही मगर सामने से ज़ोरदार नारेबाज़ी होती रही। इसके बाद उन्हें वापस लौटना पड़ा। ग़ुस्साए लोगों ने प्रशासन के ख़िलाफ़ भी नारेबाज़ी की।
सोशल डिस्टैंसिंग की धज्जियाँ
विरोध कर रही महिलाओं को चिंता थी कि मंत्री अगर संक्रमित हुए तो वे इलाक़े में कोरोना फैला सकते हैं। हालाँकि, मंत्री के नियमों का पालन न करने का आरोप लगाने वाली ये भीड़ ख़ुद सोशल डिस्टैंसिंग का पालन नहीं कर रही थी। बड़ी संख्या में आई महिलाएँ एक-दूसरे से सटकर खड़ी थीं और मास्क उतारकर नारेबाज़ी कर रही थीं।
आशंका जताई जा रही है कि अगर किसी भी कारण इनमें से कोई बिना लक्षण वाली संक्रमित हुई तो उसने बाकियों को भी संक्रमित कर दिया होगा।