कांगड़ा।। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि पूर्व की शिक्षा नीति देश की मिट्टी से नहीं जुड़ी थी। नई शिक्षा नीति रट्टा लगाने की प्रवृत्ति को खत्म करने का काम करेगी। नई शिक्षा नीति में स्पोर्ट्स एवं योग जरूरी होगा। इसमें कौशल विकास पर भी फोकस रहेगा।
बुधवार को धर्मशाला स्कूल शिक्षा बोर्ड मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि 34 साल बाद देश की शिक्षा नीति में बदलाव हुआ है। नई शिक्षा नीति लाई गई है। नई शिक्षा नीति के तहत शुरुआत से ही बच्चों को मातृभाषा में शिक्षा दी जाएगी। नई शिक्षा नीति के तहत कम से कम 2 भारतीय भाषाओं के साथ पढ़ना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में वोकेशनल शिक्षा को अनिवार्य किया गया हैं छठी क्लास से ही वोकेशनल शिक्षा दी जाएगी। हर विद्यालय में स्पोर्ट्स और योग की गतिविधियां अनिवार्य होंगी। इसके साथ ही स्पोर्ट्स व संगीत में विद्यार्थी की सहभागिता के आधार पर भी अंक जुड़ेंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि नई शिक्षा नीति के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए पंचायत के वार्ड स्तर तक अभियान चलाया जाएगा।
मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि तीसरी कक्षा का पेपर बोर्ड बनाएगा, लेकिन पेपर चेकिंग सीएचटी स्तर पर होगी। पांचवी कक्षा का पेपर बोर्ड बनाएगा, लेकिन चेकिंग जिला स्तर पर होगी। आठवीं कक्षा का पेपर बोर्ड बनाएगा और परीक्षा परिणाम भी बोर्ड ही निकालेगा।