Site icon In Himachal | इन हिमाचल |

धर्मपुर XEN के नाम ली 27 लाख की गाड़ी, ‘मंत्री का लाल कर रहा सवारी’

रितेश चौहान, फ़ॉर इन हिमाचल।। लगभग 27 लाख रुपये की एक गाड़ी अधिशाषी अभियंता (आईपीएच) के नाम पर खरीदी गई और आरोप है कि वह भी मंत्री पुत्र के हवाले कर दी गई जिस पर सवार होकर वह समारोहों में जाते हैं। यह टोयोटा इनोवा क्रिस्टा टॉप मॉडल इसी साल मार्च में पंजीकृत हुई है और इसके लिए एक लाख रुपये देकर वीआईपी नम्बर भी लिया गया है। हालांकि, मंत्री के बेटे रजत ठाकुर ने इन आरोपों को गलत बताया है।

ये हाल तब हैं जब सरकार की ओर से आर्थिक तंगी का ठीकरा कोरोना के सिर फोड़कर हर चीज पर कटौती की कैंची चलाई जा रही है। मगर ऐसा लगता है कि कई विभागों से गाड़ियां लेकर बेटे-बेटियों को सौंपने के आरोपों का सामना कर रहे महेंद्र सिंह ठाकुर की मनमानियों पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं।

अभूतपूर्व घटना
जल शक्ति मंत्री के गृह क्षेत्र के एक्सईएन हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहले ऐसे एक्सईएन हैं, जिनके लिए सरकारी खर्च पर 27 लाख रुपये की गाड़ी ली गई है। अन्य उपमंडलों में एक्सईएन को महज सात लाख की महेंद्रा बलेरो दी जाती है।

XEN के नाम ली गई गाड़ी

मगर असल खेल कुछ अलग लग रहा है। आरटीआई के माध्यम से पता चला है कि केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना से 27 लाख की एक टोयोटा गाड़ी और दो बोलेरो गाड़ियां खरीदने के लिए 40 लाख से भी अधिक खर्च किए गए हैं। और आरोप लग रहा है कि इनमें से एक महंगी टोयोटा गाड़ी जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह के बेटे द्वारा कथित रूप से इस्तेमाल की जा रही है।

आरटीआई एक्टिविस्ट भूपेंद्र ठाकुर ने मुख्यमंत्री से मांग की है जब से उक्त लग्जरी गाड़ी खरीदी गई है, तब से लेकर आज तक धर्मपुर, संधोल, सरकाघाट, मनाली और करसोग से लेकर कई स्थानों पर सीसीटीवी फुटेज चेक की जाए, हर फुटेज में मंत्री का बेटा ही इस गाड़ी में घूम रहा है। उन्होंने कहा कि ‘घर में कई महंगी निजी एयर सरकारी गाड़ियां होने के बावजूद ऐसी कौन सी गरीबी पड़ गई जो एक्सईन धर्मपुर के नाम पर अपने बेटे के लिए जनता के पीने के पानी का बजट खर्च करना पड़ा।’

नम्बर का खेल
भूपेंद्र ने कहा कि ‘महेंद्र सिंह ने अपने काफिले में तीन लग्जरी सरकारी गाड़ियां रखी हैं जबकि एक सरकारी गाड़ी उनके निजी सचिव इस्तेमाल करते हैं। बेटे के पास अपनी फॉर्च्यूनर और स्कोर्पियो गाड़ी होने के बावजूद उनके लिए सरकारी पैसे का दुरुपयोग किसी बुद्धिजीवी की समझ नहीं आ रहा है।’

इलाके में यह भी चर्चा है कि भारी रकम खर्च करके लिया गया 0006 नंबर जनता की आंखों में धूल झोंकने के लिए है ताकि पता न चल सके कि बेटे की गाड़ी गई या मंत्री की। इसके अलावा मन्त्री के पास दो गाड़ियां जिनके नम्बर एच पी 07ई -0006 और एच पी 07 एच 0006 हैं, वे हिमाचल सरकार के जीएडी विभाग की हैं। इनके अलावा एक और गाड़ी आईपीएच विभाग की भी है। आरोप है कि जीएडी विभाग की गाड़ियों के नंम्बर भी एक जैसे ही हैं ताकि देखने वालों को इसकी पहचान न हो सके।

आरएलए एवं एसडीएम धर्मपुर सुनील वर्मा ने कहा कि एचपी 86 0006 के लिए वीआईपी नंबर देने के लिए अधिशासी अभियंता भराड़ी धर्मपुर की और से 1 लाख रुपये जारी किए गए हैं।

आरोप गलत: रजत
जब इस सबन्ध में जलशक्ति मंत्री का पक्ष लेना चाहिए तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं उनके बेटे और बीजेपी महासचिव रजत ठाकुर ने कहा कि यह गाड़ी मंत्री के ओएसडी को मिली है जो कि धर्मपुर में ही रहते हैं। उन्होंने कहा, “उनके साथ मैं अगर कहीं गया तो किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए। जो भी आरोप लगाए गए हैं, वे झूठे हैं।”

महेंद्र सिंह ठाकुर पर फिर लगा सरकारी गाड़ियों के दुरुपयोग का आरोप

Exit mobile version