कुल्लू।। हिमाचल के परिवहन, वन एवं युवा मामलों के मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने रविवार को कुल्लू और मंडी जिलों की सीमा पर झीड़ी में तैनात पुलिसकर्मियों को फेस शील्ड प्रदान की। प्रदान ही नहीं की, अपने हाथों से पहनाई भी जिसका वीडियो उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर भी डाला है। हालांकि, इस दौरान उनसे एक चूक हो गई।
नीचे दिए वीडियो को 16वें सेकंड में देखें, कैसे वह अपना मास्क अडजस्ट कर रहे हैं और फिर उन्हीं हाथों से अगले कर्मचारी को शील्ड पहना रहे हैं। यही नहीं, शील्ड उन्हें और लोग पकड़ा रहे हैं। यानी कई हाथों से गुजरकर यह शील्ड सीधे पुलिसकर्मियों के चेहरे पर लगाई जा रही है।
कोविड-19 के दौरान मंडी और कुल्लू की सीमा झिडी में सेवाएं दे रहे पुलिस कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए “फेस शील्ड प्रदान करते हुए।
Govind Singh Thakur ಅವರಿಂದ ಈ ದಿನದಂದು ಪೋಸ್ಟ್ ಮಾಡಲಾಗಿದೆ ಭಾನುವಾರ, ಮೇ 10, 2020
यह मामूली बात लग सकती है लेकिन खतरनाक कोविड-19 जिस तरीके से फैलता है, उसे देखते हुए मंत्री जी को ऐसा नहीं करना चाहिए था। वैसे खुद पहनाने की जरूरत ही क्या थी? और अगर ऐसा करना ज़रूरी था तो हर बार हैंड सैनिटाइजर यूज करना चाहिए था और कम से कम अपना मास्क अडजस्ट करने से पहले और बाद में तो जरूर करना चाहिए था।
ऐसा इसलिए, क्योंकि कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी दिशानिर्देश बहुत सावधानी बरतने को कहते हैं। तीन बातों से समझा जा सकता है कि कैसे सामान्य सी लगने वाली इस घटना में लापरवाही साफ नजर आती है।
पहली बात– शील्ड को सैनिटाइज करके साफ हाथों से व्यक्ति को खुद पहनना चाहिए। शील्ड बांटना अच्छी बात है मगर इस खुद पहनाने के दिखावे से बचना चाहिए।
दूसरी बात– जिन हाथों को मंत्री जी शील्ड पहनने के लिए दूसरों के चेहरे के करीब ले जा रहे हैं, उनसे अपने मास्क को बीच से नहीं पकड़ना चाहिए। अगर कोई कर्मचारी संक्रमित होगा तो उससे मंत्री जी खुद संक्रमित हो सकते हैं।
तीसरी बात– अगर अपना मास्क छू लिया तो हाथ साफ किए बिना फेसशील्ड को पकड़कर दूसरे लोगों के चेहरे पर नहीं लगाना चाहिए था। कहीं आप खुद संक्रमित हुए तो जिन हाथों से आपने मास्क पकड़ा है, उनसे फेसशील्ड पहनकर कर्मचारियों को भी संक्रमित कर सकते हैं।
जरा सी लापरवाही भी खतरनाक हो सकती है। इसीलिए तो मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए कहा जा रहा है।