डेस्क।। हिमालय की शिवालिक हिल्स में है ऊना का हरोली विधानसभा क्षेत्र, जहां के विधायक मुकेश अग्निहोत्री हिमाचल प्रदेश के उपमुख्यमंत्री हैं। यहां पर अवैध खनन के वीडियो न सिर्फ सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहे हैं, बल्कि द ट्रिब्यून ने इस बाबत एक रिपोर्ट छापी है, जिसमें कहा गया है कि हरोली विधानसभा क्षेत्र में शिवालिक की पहाड़ियां अवैध खनन से तबाह की जा रही हैं।
सूत्रों के हवाले से अखबार लिखता है कि एक मामले में तो निजी जमीन पर पूरी पहाड़ी को ही समतल किया जा रहा है और भारी मशीनरी इस्तेमाल की जा रही है, जबकि सरकार ने जमीन के मालिक को ऐसा करने की इजाजत नहीं दी है। सरकार ने जेसीबी या पोकलेन मशीन के लिए दो साल तक ढाई लाख रुपये की फीस फिक्स की है लेकिन कई सारी पोकलेन मशीनें सरकार को फीस दिए बिना और भारी मशीनें इस्तेमाल की इजाजत लिए बिना ही इस्तेमाल की जा रही हैं।
सूत्रों के ही हवाले ये यह भी लिखा गया है कि सरकार ने हरोली में सिर्फ छह मीटर तक ही पहाड़ियों की कटिंग करने की इजाजत दी है लेकिन खनन से जुड़े लोगों ने इस सीमा से कहीं ज्यादा खनन कर दिया है। इसके अलावा, इन्वायरनमेंट इम्पैक्ट असेसमेंट के तहत लगाई गई शर्तों का भी उल्लंघन किया जा रहा है। अखबार यह भी लिखता है कि शिवालिक हिल्स में अवैध माइनिंग में शामिल शख्स पर तो पहले से ही ईडी का मामला चला हुआ है।
इस बारे में उद्योग विभाग के निदेशक यूनुस, जो कि खनन विभाग के भी प्रभारी हैं, कहते हैं कि उन्हें इस मामले की जानकारी है और उन्होंने जांच का आदेश दिया है। ट्रिब्यून के मुताबिक, उन्होंने कहा कि जांच मे माइनिंग से जुड़ी गतिविधियों के सभी पहलुओं का आकलन किया जा रहा है और नियमों का उल्लंघन पाया गया तो कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, जिला खनन अधिकारी नीरज कांत के हवाले से अखबार लिखता है कि प्रदेश सरकार ने इस मामले में खनन की इजाजत तो दी है मगर भारी मशीनों के इस्तेमाल की इजाजत नहीं है। वह कहते हैं, “मेरे दफ्तर ने भारी मशीनों के इस्तेमाल की इजाजत से जुड़ा मामला प्रदेश मुख्यालय को भेजा है मगर वहां से इजाजत नहीं आई है।”
हरोली विधानसभा क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं मुकेश अग्निहोत्री। मुकेश अग्निहोत्री पिछली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे और इस बार उपमुख्यमंत्री हैं। विपक्ष के नेता रहते हुए अक्सर वह विधानसभा के अंदर और बाहर कई मुद्दों पर आक्रामक रहते थे, जिनमें से एक है- खनन।
वह आए दिन कहते थे- प्रदेश मे माफिया दनदना रहा है। उनकी चिंता थी कि बीजेपी सरकार खनन माफिया और बाकी माफिया पर लगाम नहीं कस पा रही है। उनका ये भी कहना था कि भारी मशीनों और पोकलेन्स की मदद से नदियों के अंदर खनन किया जा रहा है। लेकिन अब वह सत्ता में हैं और उपमुख्यमंत्री जैसे बड़े पद पर हैं। मगर उनके ही विधानसभा क्षेत्र में खनन बेलगाम हो चुका है। हाल ही में उन्होंने खुले मंच से अधिकारियों से कहा था कि खनन, चिट्टा और पेड़ कटान पर लगाम लगाएं।