शिमला।। एचआरटीसी 107 रूटों का निजीकरण करने जा रही है। इन रूटों पर बस चलाने के लिए प्रदेश भर से 87 आवेदन आए हैं और अब लॉटरी के माध्यम से आवंटन किए जाने की योजना है।
दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार, इनमें से कई रूट फायदे वाले भी हैं, लेकिेन एचआरटीसी उन्हें चलाने में खुद को सक्षम नहीं मान रही है। इसिलए उन्हें निजी बस ऑपरेटरों को सौंपने की तैयारी है। इस संबंध में एचआरटीसी ने परिवहन विभाग को प्रस्ताव सौंपा है।
इस समय निगम को हर महीने 65 करोड़ रुपये का घाटा उठाना पड़ रहा है। प्रदेश के 3700 रूटों पर करीब 3300 बसें चल रही हैं। हाल ही में प्रदेश सरकार ने नई वॉल्वो और अन्य बसें खरीदने को मंजूरी भी दी है।