शिमला।। एचपीएमसी यानी बागवानी उत्पाद विपणन और प्रसंस्करण निगम के उच्च अधिकारी इन दिनों एक पहेली को सुलझाने में लगे हैं। जैसे ही उच्च अधिकारी पहेली सुलझा लेते हैं, वैसे ही निगम के कुछ अफसरों पर गाज गिरना तय है।
पहेली यह कि एचपीएमसी का 20 लाख का सेब जूस कौन गटक गया। जी हाँ, एचपीएमसी के हिमाचल प्रदेश के परवाणू संयंत्र से 18.50 मीट्रिक टन सेब जूस गायब हो गया है। गोदाम में रखे-रखे यह जूस कहां चला गया, फिलहाल यह एक पहेली ही बना हुआ है। और जैसे ही उच्च अधिकारी इस पहेली को सुलझा लेते है तो एक बड़ा घपला सामने आने की आशंका जताई जा रही है।
इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एचपीएमसी के प्रबंध निदेशक ने एक हफ्ते में अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की हैै। इस रिपोर्ट के आने के बाद संबंधित अफसरों पर गाज गिरना तय है।
अमर उजाला में छपी खबर के मुताबिक, एचपीएमसी के परवाणू संयंत्र में लगभग 1210 मीट्रिक टन सेब का कंसंट्रेट जूस (गाढ़ा जूस) रखा गया था। जब जांच की गई तो कुल 18.50 मीट्रिक टन जूस कम पाया गया। मामला एचपीएमसी प्रबंधन के संज्ञान में आते ही उच्च अधिकारी हरकत में आए।
एचपीएमसी के प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल का कहना है कि जूस कहां गया, इस पर जांच शुरू कर दी गई है। परवाणू संयंत्र में बीस लाख कीमत का 18.50 मीट्रिक टन जूस कम पाया गया है। अधिकारियों से हफ्ते में रिपोर्ट मांगी गई है। कोई अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।