हमीरपुर।। सीआरपीएफ के हवलदार राजवीर सिंह को अदम्य साहस के लिए पुलिस मेडल फॉर गैलेंट्री अवार्ड से नवाजा गया है। हवलदार राजवीर सिंह हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के रहने वाले हैं। यह सम्मान उन्हें 25 नवंबर, 2018 को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के शोपियां में आतंकवादियों के खिलाफ चले ऑपरेशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए मिला है। इस मुठभेड़ में राजवीर ने छह आतंकियों को मौत के घाट उतारा था।
बुधवार को दिल्ली में आयोजित वीरता सम्मान सामारोह में सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह द्वारा हवलदार राजवीर सिंह को प्रशस्ति पत्र से नवाजा गया, जबकि मेडल राष्ट्रपति के हाथों दिया जाना है। पूरे देश में सिर्फ दो जवानों को ही इस सम्मान के लिए चुना गया है।
राजवीर इन दिनों राजस्थान के माउंट आबू में बतौर हवलदार सेवारत हैं। वर्ष 2003 में वह सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। राजवीर हमीरपुर जिले की उपतहसील कांगू के अंतर्गत आते मालग गांव के रहने वाले हैं। राजवीर को यह अवार्ड मिलने पर परिजनों सहित पूरे इलाके में खुशी का माहौल है। राजवीर की इस उपलब्धि पर माता सुनीता देवी, भाई रजनीश ठाकुर, राजवीर की पत्नी रेणु वर्मा, बेटे आदित्य और उदय सिंह बेहद खुश हैं।
हवलदार राजवीर राजवीर का बड़ा बेटा आदित्य ठाकुर सातवीं और छोटा बेटा उदय सिंह तीसरी कक्षा में पढ़ता है। दोनों बेटों का कहना है कि वे भी बड़े होकर भारतीय सेना में भर्ती होकर देश की सेवा करना चाहते हैं। राजवीर की माता सुनीता ने बताया कि उनके परिवार के अधिकतर सदस्य भारतीय सेना, पैरा मिलिट्री और हिमाचल पुलिस में हैं। राजवीर के पिता स्वर्गीय कुमी चंद और ताया हेमराज भी भारतीय सेना में सेवाएं दे चुके हैं।