सुसाइड केस बंद करने की तैयारी से पुलिस पर सवाल, DW नेगी समेत 3 पर था आरोप

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किन्नौर।। साल 2017 में ख़ुदकुशी करने वाले खयाडुप ज्ञाछो नाम के शख़्स की पत्नी की ओर से करवाए गए मामले को बंद करने की तैयारी का मामला सामने आया है। ज्ञाछो की पत्नी ने आरोप लगाया था कि उनके पति को आत्महत्या के लिए उकसाया गया है।

एक सुसाइड लेटर के आधार पर एनपीएस अधिकारी डीडब्ल्यू नेगी समेत अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिको को लेकर जांच भी हुई थी। मगर अमर उजाला ने खबर दी है कि ‘एसपी साक्षी वर्मा के कार्यकाल के दौरान इस हाइप्रोफाइल मामले को बंद करने की रिपोर्ट गुपचुप तरीके से कोर्ट को सौंप दी गई थी।’

इस रिपोर्ट पर अभी तक कोर्ट ने संज्ञान नहीं लिया है। लेकिन सवाल उठने लगे हैं कि जब शुरुआती जांच में डीडब्ल्यू नेगी, रारंग पुलिस चौकी के अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ काफी सबूत मिले थो फिर इस रिपोर्ट को कैसे फाइल कर दिया गया। शिमला के एसपी रहे डीडब्ल्यू नेगी गुड़िया केस में नेपाली मूल के युवक सूरज की लॉकअप में हत्या के मामले में भी अभियुक्त हैं।

क्या था सुसाइड लेटर में
ज्ञाछो ने आत्महत्या से पहले छोड़े सुसाइड नोट में डीडब्ल्यू नेगी के अलावा पूह थाने के एएसआई रमेश और हेड कॉन्स्टेबल हुकुम पर झूठे मामले में फंसाने और जेल भेजने की साजिश रचने जैसे आरोप लगाए थे। पुलिस ने पत्नी भजन देवी की तहरीर पर मौत के कई दिन बाद अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। मीडिया में खबरें आने के बाद एएसआई और हेड कॉन्स्टेबल का तबादला कर दिया गया था।

ज्ञाछो की पत्नी ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान भी दिए थे। पुलिस ने सुसाइड नोट हैंड राइटिंग मिलान के लिए केंद्र की एक एजेंसी के पास भेजा। जांच में इसकी तस्दीक होने की भी खबर है कि ज्ञाछो की नेगी और अन्य पुलिस कर्मियों के बीच लगातार फोन पर लंबी बातें हो रही थीं।

विधानसभा चुनाव के बाद साक्षी वर्मा को किन्नौर का एसपी बनाया गया था। अमर उजाला के मुताबिक, इसी दौरान इस बहुचर्चित मामले को बंद करने की रिपोर्ट दाखिल की गई। अखबार के मुताबिक, एसपी किन्नौर एसआर राणा ने रिपोर्ट दाखिल करने की पुष्टि की है लेकिन उनका कहना है कि उनके प्रभार संभालने से पहले ही कोर्ट में यह रिपोर्ट दाखिल कर दी गई थी।

आईपीएस साक्षी वर्मा

कौन हैं साक्षी वर्मा
2014 बैच की हिमाचल कैडर की आईपीएस साक्षी वर्मा की शुरुआती पढ़ाई चंडीगढ़ में हुई थी। पंजाब के राजपुरा से ताल्लुक़ रखने वालीं साश्री एएसपी प्रोबेशनर मंडी, एएसपी शिमला, एसपी किन्नौर, एसपी बिलासपुर रह चुकी हैं। अभी वह कमांडेंट फर्स्ट इंडियन रिजर्व बटालियन हैं। उनके पति कार्तिकेयन गोकुलचद्नन भी आईपीएस ऑफ़िसर हैं। पहले वह केरल कैडर में थे लेकिन उनकी बैचमेट रहीं पत्नी साक्षी हिमाचल कै़डर में थीं तो उन्होंने भी पांच साल की सेवाओं के बाद हिमाचल कैडर चुना। कार्तिकेयन अभी ऊना के एसपी हैं।

हाल ही में ऊना पुलिस अंब में एक डॉक्टर पर ड्यूटी के दौरान कोताही बरतने का आरोप लगाने वाले शख़्स पर कार्रवाई करने के आरोप को लेकर चर्चा में रही थी। आरोप है कि पहले जांच अधिकारी, जिसने युवक को निर्दोष पाया था, उसे बदलकर एसपी कार्यालय की ओर से जो नया जाँच अधिकारी लगाया गया, उसने सबूतों को नज़रअंदाज़ कर युवक पर कार्रवाई कर दी। क्या है मामला, आगे पढ़ें।

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