सैलरी न मिलने पर भड़के कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कर्मचारी

कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर

पालमपुर।। सीएसके हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पामलपुर के नॉन टीचिग स्टाफ ने शुक्रवार को मुख्य गेट के पास धरना दिया। ये कर्मचारी वक्त पर वेतन न मिलने से नाराज थे। नॉन टीचिंग स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव शर्मा ने बताया कि पांच जुलाई तक उन्हें सैलरी नहीं है, ऐसे में कर्मचारियों को दिक्कत हो रही है।

धरना दे रहे कर्मचारियों ने वाइस चांसलर के प्रति गुस्सा जताया। इनका कहना था कि वेतन मिलने की तारीख के आधार पर ही लोन या अन्य किश्तें चुकानी होती हैं और अगर इसमें देरी हो जाए तो सारा गणित गड़बड़ाने से न सिर्फ मानसिक परेशानी होती है, बल्कि कई बार वित्तीय नुकसान भी उठाना पड़ता है।

कर्मचारियों की एसोसिएशन के अध्यक्ष ने पत्रकारों को बताया कि मामला फाइनैंल कंट्रोलर की वजह से अटका है क्योंकि सरकार को ग्रांट इन एड की फाइल ही समय पर नहीं भेजी गई। इस वजह से यूनिवर्सिटी के सेवारत और सेवानिवृत कर्मचारियों को वेतन और पेंशन समय पर नहीं मिल पाई।

कर्मचामरियों का आरोप है कि कृषि मंत्री चंद्र कुमार का मानना है कि यूनिवर्सिटी को खुद से आमदनी पैदा करनी चाहिए, जबकि ऐसा संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रदेश सरकार स्कूलों और कॉलेजों के लिए फंड जारी करती है, उसी तरह उसके हायर एजुकेशन महकमे के तहत आने वाली यूनिवर्सिटीज़ को भी फंड दिया जाना चाहिए।

कर्मचारियों का कहना है कि उनके वेतन आदि के लिए फंड का प्रबंध करना सरकार का काम है। उनकी मांग है कि कर्मचारियों को एक तारीख को वेतन दिया जाए वरना वे प्रदर्शन करेंगे।