शिमला।। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने बुधवार को विधानसभा में आरोप लगाया कि जलशक्ति मंत्री पेयजल योजनाओं के फंड से गलत ढंग से किसान भवन बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि रेस्ट हाउस बनाने के लिए कैबिनेट की मंजूरी लेनी होती है, इसलिए मंत्री ने एक अलग रास्ता निकालते हुए अपने आप ही पेयजल योजनाओं के पैसे से विश्राम गृह बनवाकर उन्हें किसान भवन नाम दे दिया है।
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, “मंत्री जी, आप अब विश्राम गृह बना रहे हैं और शौक से बना रहे हैं। पता नहीं आपने कितने बना दिए। आपने इनका नाम बदल दिया है क्योंकि अगर विश्राम गृह बनवाएंगे तो कैबिनेट से अप्रूवल चाहिए और कैबिनेट से बचने का रास्ता निकालने के लिए आपने इन्हें किसान भवन नाम दे दिया। अप आब छह छह और आठ आठ विश्राम गृह बना रहे हैं। आप दूसरे हलकों का भी ख्याल कीजिए क्योंकि वहां तो रिपेयर करने के लिए भी पैसे नहीं हैं।”
नेता प्रतिपक्ष ने कहा, “पेयजल की योजनाओं में कहां से बीच में किसान भवन आ गए? डीपीआर आप ऐसे बना रहे हैं कि कोई सर्वे नहीं हो रहा। आपने कहा और सुबह डीपीआर तैयार हो जाती है। कोई प्रोविज़न का ख्याल नहीं रखा जा रहा।”
अग्निहोत्री ने जल जीवन मिशन को लेकर भी सवाल किए और सरकार पर पारदर्शिता नहीं बरतने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जलशक्ति मंत्री यह जानकारी नहीं दे रहे कि इस मिशन के लिए सरकार के पास कितना कुल पैसा है मगर टेंडर जारी कर दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि फंड न होने के बावजूद इस तरह के टेंडर निकालना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को जानकारी देनी चाहिए कि उसे केंद्र से कितना पैसा मिला। यह जानकारी लिखित होनी चाहिए न कि यह कहना चाहिए कि केंद्र सरकार ने वादा किया है।
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