सत्येंद्र जैन: AAP नेता की गिरफ्तारी किस मामले में हुई, जानें

नई दिल्ली।। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार कर लिया है। सत्येंद्र हिमाचल प्रदेश में आम आदमी पार्टी के प्रभारी भी हैं। जैन की गिरफ्तारी मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में हुई है। आरोप है कि यह लेनदेन हवाला के माध्यम से किया गया। पूरा मामला क्या है, आइए समझने की कोशिश करते हैं।

सत्येंद्र जैन, जिनकी उम्र 57 वर्ष है, दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य, उद्योग, बिजली, गृह, शहरी विकास और जल मंत्री हैं। वह मूल रूप से यूपी के बागपत के रहने वाले हैं। उन्होंने आर्किटेक्चर की पढ़ाई की, पत्नी आर्किटेक्ट हैं। सत्येंद्र जैन ने केंद्रीय लोक निर्माण विभाग में सरकारी नौकरी की लेकिन बाद में अपनी आर्किटेक्चर कंपनी बनाने के लिए नौकरी छोड़ दी। दिल्ली में चले अन्ना आंदोलन के दौरान वह अरविंद केजरीवाल के संपर्क में आए वहां से उनके करीबी बन गए। आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो मंत्री भी बने।

पांच साल पुराना केस
सत्येंद्र जैन के खिलाफ ईडी ने 2017 में केस दर्ज किया था। यह मामला चार करोड़ 63 लाख रुपये की मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा था। आरोप था कि पैसे का यह खेल चार कंपनियों के जरिए किया गया और ईडी ने पाया कि ये सभी कंपनियां सत्येंद्र जैन से जुड़ी हैं। मीडिया में आई जानकारी के मुताबिक, ईडी की शुरुआती जांच में पता चला है कि इन कंपनियों में जैन और उनकी पत्नी की हिस्सेदारी थी। आरोप लगा कि दिल्ली के औचंदी, बवाना, कराला और मोहम्मद माजवी गांवों में 2010 और 2016 के बीच 200 बीघे से ज्यादा जमीन की खरीद जैन और उनके परिवार के सदस्यों की कंपनियों ने की।

इस बीच आम आदमी पार्टी का कहना है कि चूंकि हिमाचल में चुनाव होने वाले हैं और सत्येंद्र जैन हिमाचल के लिए प्रभारी हैं, इसलिए ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि ईडी ने जैन को पहले भी सात बार पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन कभी गिरफ्तार नहीं किया था। उनका कहना है कि यह हिमाचल में चुनाव से पहले पार्टी को बदनाम करने की कोशिश है।

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