धर्मशाला।। कांगड़ा दौरे पर पहुंचे सीएम जयराम ठाकुर ने मंत्रियों व विधायकों के भत्ते बढ़ाने के मामले पर कहा, “मुझे लगता है कि सारे कॉन्सेप्ट को स्पष्ट नहीं किया गया है। विधानसभा के भीतर सत्ता पक्ष व विपक्ष के विधायकों की ओर से आग्रह था। पहले जो ढाई लाख रुपये सालाना यात्रा भत्ता मिलता था, उसे सिर्फ चार लाख किया गया है।”
सीएम ने कहा कि जो विधायक चार लाख के भत्ते को यूटीलाइज करेगा, उसे ही मिलेगा। ऐसा नहीं होगा कि चार लाख विधायक के खाते में चले गए।
‘यूज नहीं कर पाते विधायक’
मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ जगह गलत धारणा बनाने की कोशिश की जा रही है। 90 फीसदी विधायक इसका उपयोग ही नहीं कर पाते। जब उपयोग ही नहीं होता है तो पैसा लैप्स हो जाता है। रहता है सरकार के पास ही। इसलिए बहुत दिया, ऐसा नहीं है। कुछ दिया है, इतनी ही बात है। मुझे लगता है कि इन सब बातों को लेकर जन प्रतिनिधियों के प्रति सम्मान का भाव रहना चाहिए।”
7 विधायकों की मांग पर बढ़ाया भत्ता?
लेकिन सीएम के बयान को लेकर अहम सवाल यह उठता है कि जब अधिकतर विधायक इसे इस्तेमाल ही नहीं कर पाते तो चंद विधायक ही होंगे जो इसकी मांग कर रहे होंगे। सीएम के मुताबिक 90 फीसदी विधायक मौजूदा अढ़ाई लाख को भी यूज नहीं कर पाते। वे तो मांग कर नहीं रहे होंगे। फिर 68 विधायकों में बाकी बचे महज 10 फीसदी। अधिकतम 7 मान लीजिए। उनमें भी सब मांग कर रहे हों, यह हो नहीं सकता लेकिन मान लेते हैं कि वे सभी भत्ता बढ़ाने की गुजारिश कर रहे थे। तो भी, इस 7 विधायकों की मांग पर यात्रा भत्ता बढ़ाने और सरकार को असहज स्थिति में डालने की क्या ज़रूरत आ गई थी?
बहरहाल, सीएम ने धर्मशाला में यह माना कि प्रदेश की आर्थिक स्थिति काफी अच्छी नहीं है। उन्होंने कहा, “पूर्व कांग्रेस सरकार की दौरान हमें 46 हजार करोड़ का ऋण मिला है, जिसे हमने काफी हद तक रोका है। कांग्रेस जितना लोन हर वर्ष लेती थी, उसका तुलना में हमने काफी कम ऋण लिया है।”
‘अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर आएगा कांगड़ा’
सीएम ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के माध्यम से कांगड़ा अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर पहुंचेगा। देश-विदेश से यहां लोग इन्वेस्ट करने के लिए आ रहे हैं। सीएम ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के भी आने की संभावना है, क्योंकि सरकार की ओर से पीएम से आग्रह किया गया है।