चंबा।। प्रदेश के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में सरकार द्वारा हर प्रकार की मरीजों के लिए मुक्त स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध तो करवा दी जाती है लेकिन हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही की वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। प्रदेश सरकार व केंद्र सरकार द्वारा लोगों को मुफ्त में स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए अलग-अलग तरह के कार्ड भी उपलब्ध करवाए गए हैं लेकिन हॉस्पिटलों में सुविधाएं ही न होने के कारण ये कार्ड कागज के पुलिंदे मात्र बनकर रह जाते हैं।
पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा की बात करें तो यहां पर पिछले कई सालों से सीटी स्कैन मशीन खराब होने की वजह से उसका लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। पिछले दो सालों से यह हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज के रूप में बदल चुका है लेकिन मेडिकल कॉलेज होने के बावजूद यहां के हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा लोगों को वह सुविधाएं प्रदान नहीं की जा रही हैं जिनके वे हकदार हैं।
यहां स्थापित सीटी स्कैन मशीन को खराब हुए कई साल हो चुके हैं लेकिन हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा उसे ठीक करवाने की जहमत नहीं उठाई जा रही है। उसे अलग तरीके से बहाने बनाकर टाल दिया जाता है। इस मशीन के खराब होने के बाद चंबा मुख्यालय में दो और निजी क्लीनिक में सिटी स्कैन मशीन लग चुकी हैं लेकिन सरकारी हॉस्पिटल में अभी तक इसे बदलने की प्रक्रिया ही हो रही है। ऐसे में लोगों में इस बात का भी शक हो रहा है कि कहीं ऐसा तो नहीं कि निजी क्लीनिक को फायदा देने के लिए हॉस्पिटल प्रशासन यहां पर सिटी स्कैन मशीन स्थापित नहीं करना चाहता। लोगों को परेशानी यह है कि उन्हें अधिक पैसे खर्च कर यह सीटी स्कैन करवाना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कई सालों से उन्हें यहां हॉस्पिटल में सीटी स्कैन की सुविधा नहीं मिल पा रही है। उन्होंने बताया कि हॉस्पिटल में सीटी स्कैन की सुविधा न होने की वजह से उन्हें या तो पठानकोट जाना पड़ता है यहां फिर यहां चंबा में निजी क्लीनिक में सीटी स्कैन करवाना पड़ता है जिसके लिए उन्हें काफी पैसे खर्च करने पड़ते हैं।
लोगों ने बताया कि सरकार द्वारा इलाज के लिए अलग अलग कार्ड तो बनाए गए हैं लेकिन उनका भी तभी फायदा होगा जब यहां पर स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह से लोगों को मिल पाएंगे। लोगों ने एक बार फिर से हॉस्पिटल प्रशाशन से आग्रह किया है कि यहां पर स्वास्थ्य सेवाओं को सुचारू किए जाए ताकि लोगों को इन सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिल पाए।