शिमला।। कोटखाई रेप ऐंड मर्डर केस की जांच कर रही केंद्रीय जांच एंजेसी सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। जानकारी मिली है कि गुड़िया केस के नाम से पहचाने जाने वाले इस मामले की शुरुआती जांच करने वाली हिमाचल प्रदेश पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) में शामिल रहे 8 पुलिसकर्मियों को सीबीआई ने अपनी हिरासत में लिया है। इनमें आईजी ज़हूर ज़ैदी भी शामिल हैं जो इस एसआईटी का नेतृत्व कर रहे थे। साथ ही डीएसपी मनोज कुमार जोशी भी शामिल हैं।
आईजी और डीएसपी के अलावा कोटखाई पुलिस थाना के तत्कालीन एसएचओ राजेंद्र सिंह, एएसआई दीप चंद शर्मा, हेड कॉन्स्टेबल सूरत सिंह, मोहन लाल, रफीक अली और कॉन्स्टेबल रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। कोटखाई रेप ऐंड मर्डर मामले में पकड़े गए नेपाली मूल के आरोपी सूरज की जेल में हत्या के मामले में यह ऐक्शन लिया गया है।
#Shimla rape and murder case: CBI arrests 8 policemen including IG Zahoor Haidar and DSP Manoj Kumar Joshi
— ABP News (@abpnewstv) August 29, 2017
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गौरतलब है कि आरोपी सूरज की जेल में मौत हो गई थी। पुलिस ने इसका आरोप अन्य आरोपी राजू पर लगाया था। मगर जब मामला सीबीआई के पास पहुंचा तो थाने में तैनात संतरी ने गवाही दी थी कि मेरे सामने राजू ने सूरज को नहीं मारा। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी मृतक आरोपी के शरीर पर पिटाई के निशान पाए गए थे। सीबीआई ने सूरज के शव को दोबारा पोस्टमॉर्टम करवाया था (पढ़ें)। इसके बाद पुलिस की थ्योरी सवालों में थी।
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इस मामले में कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा क्योंकि अरेस्ट होने से कोई दोषी नहीं बन जाता। फिर भी सवाल तो उठे ही हैं। साफ होता दिख रहा है कि इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है। यानी अगर सीबीआई के हाथ मामला नहीं जाता तो नेपाली राजू की मौत रहस्य बनकर रह जाती। अब तो यह सवाल भी खड़ा हो गया है कि पुलिस ने इस मामले में सही आरोपियों को पकड़ा है या नहीं।
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