हिमाचल की जमीन पर जम्मू-कश्मीर का दावा, लद्दाख के लोगों ने बना ली दुकानें

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इन हिमाचल डेस्क।।

हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के बीच सीमा विवाद उभरता हुआ नजर आ रहा है। लाहौल-स्पीति से विधायक रवि ठाकुर का आरोप है कि जम्मू-कश्मीर के बाशिंदों ने सारचू (केलॉन्ग से 100 किलोमीटर दूर) में हिमाचल के अंदर अस्थायी ढांचे खड़े कर दिए हैं। एक अन्य जगह पर भी इसी तरह के हालत देखने को मिल रहे हैं।

जम्मू-कश्मीर से हिमाचल के तीन जिलों- कांगड़ा, चंबा और लाहौल-स्पीति की सीमाएं लगती हैं। विधायक रवि ठाकुर ने इस मामले में नैशनल कमिशन फॉर शेड्यूल्ड ट्राइब्स का ध्यान खींचते हुए दावा किया है कि लद्दाख प्रशासन ने तो इस जमीन पर अपना दावा बता दिया है और अपने लोगों को हिमाचल की सीमा के अंदर टूरिस्ट सीजन में अपनी दुकानें वगैरह खोलने दी हैं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक विधायक ने आशंका जताई है कि अगर मामला जल्द नहीं सुलझा तो इस तरफ के लोगों की नाराजगी से तनाव और बढ़ सकता है। लद्दाख और लेह के द्वार पर हिमाचल प्रदेश टूरिजम डिवेलपमेंट कॉर्पोरेशन का काफी कुछ दांव पर लगा होता है, क्योंकि मनाली-लेह हाइवे होते ही टूरिस्ट यहां से जम्मू-कश्मीर में जाते हैं।

ठाकुर ने कहा कि हिमाचल और जम्मू-कश्मीर की सीमाओं को दर्शाने के लिए तांबे के पिलर भी लगे हैं, मगर पड़ोसी जम्मू-कश्मीर मामले को सुलझाने के मूड में नहीं है। रवि नैशनल कमिशन फॉर शेड्यूल ड्राइब्स के वाइस चेयरमैन हैं और उन्होंने दोनों राज्यों के ऑफिशल्स को समन किया था। मगर ठाकुर का कहना है कि लद्दाख प्रशासन ने इस मीटिंग के लिए निचले स्तर के अधिकारी भेजे थे, जिन्होंने इस मामले पर साफ कुछ भी नहीं बताया।