मंडी।।
एचआरटीसी की पहचान प्रदेश के मुश्किल इलाकों में भी खराब सड़कों के बावजूद यात्रियों को सुविधा देने की है। मगर विभाग द्वारा लापरवाही बरतने की वजह से कई बार हादसे भी हो चुके हैं। ऐसा ही वाकया मंडी के जोगिंदर नगर में देखने को मिला। यहां पर यात्रियों की जान को खतरे में डालते हुए बसों में ही डीज़ल ढोया जा रहा है।
जोगिंदर नगर में विभिन्न प्रकार के जनसेवा के कार्यों में लगे युवाओं के संगठन ‘हमारा जोगिंदर नगर’ ने पर्दाफाश किया है कि किस तरह से विभाग लापरवाही बरत रहा है। काम में कोताही बरतना कहिए या फिर कोई और खेल, डीज़ल के बड़े कैन्स को यात्री बसों में सीटों के नीचे रखकर ढोया जा रहा है। विडियो देखिए:
दरअसल जोगिंदर नगर में बैजनाथ डिपो की बसें चलती हैं। हमारा जोगिंदर नगर टीम के अनिश ठाकुर ने बताया कि एक सदस्य से टीम को जानकारी मिली थी कि एक बस में अवैध ढंग से डीज़ल ढोया जा रहा है। बीते शनिवार को HRTC की बस नंबर HP 53-6194 (बैजनाथ-जोगिंदर नगर रूट) बस में स्कूल और कॉलेज के स्टूडेंट्स समेत कई यात्री सवार थे। इसमें सीटों के नीचे डीजल के कंटेनर रखे गए थे। इनसे तेल भी लीक हो रहा था।
इस तरह से कंटेनर ढोया जाना अवैध है और इससे बड़ा हादसा भी हो सकता है। सही ढंग से कैरी न किए जाने पर और किसी भी झटके या अन्य वजहों से चिंगारी के संपर्क में आने से धमाका हो सकता है, जिससे यात्रियों को संभलने का मौका तक नहीं मिलेगा।
अधिवक्ता अनिश ठाकुर ने बताया कि एक्सप्लोसिव सबस्टांसेज़ ऐक्ट, मोटर वीइकल ऐक्ट और पेट्रोलियम ऐक्ट के तहत ऐसा करना गलत है। ऐसे में संबंधित अधिकारियों को इस बारे में शिकायत भेज दी गई है। हैरानी की बात यह है कि यह सब काम अधिकारियों की जानकारी में हो रहा है।
हमारा टीम के मुताबिक इस बारे में एचआरटीसी बैजनाथ के रीजनल मैनेजर बेनी प्रसाद भरमौरिया से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि अभी कोई और व्यवस्ता न होने की वजह से विभाग की मजबूरी है कि इसी तरह से डीजल भेजना पड़ रहा है। इससे साफ होता है कि खतरे के बारे में अंदाजा होने के बावजूद विभाग यात्रियों की जान खतरे में डाल रहा है।