कांगड़ा।। साइकल पर देश घूमने निकले तेजेश्वर मादीकारा ने अपने साथ मारपीट का जो आरोप लगाया था, उसकी पोस्ट वायरल होने के बाद अब पुलिस की तरफ से बयान आया है। एसपी कांगड़ा ने फेसबुक पर मेसेज पोस्ट किया है, जिसमें कहा गया है कि पुलिस ने तेजेश्वर से संपर्क किया है और ‘उन्हें अहसास हुआ है कि उन्हें पीटने वाले लोग पुलिसकर्मी नहीं थे। उन्होंने अपनी पोस्ट सोशल मीडिया पर सुधार दी है और वह शिकायत दर्ज नहीं करवाना चाहते।’
एसपी कांगड़ा की पोस्ट में लिखा है, “जिला पुलिस ने इस घटना में शामिल रहे लोगों को ढूंढने के लिए अपने स्तर पर संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस लोगों को बेहतर सेवाएं देने के लिए तत्पर है। पर्यटकों को किसी भी तरह की सहायता चाहिए हो तो पुलिस तुरंत मुहैया करवाएगी।”
कौन हैं तेजेश्वर
23 साल के तेजेश्वर आंध्रप्रदेश के करनूल से हैं और साइकल पर अपने डॉगी के साथ भारत यात्रा पर निकले हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि चार लोगों ने, जो खुद को पुलिसकर्मी बता रहे थे, उनके साथ धर्मकोट में मारपीट की थी। उन्होंने इस सिलसिले में एक पोस्ट भी डाली थी, जो तेजी से शेयर हो रही थी। उनकी पूरी आपबीती पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
लेकिन इस बीच सवाल यह भी उठ रहा है कि जिस शख्स की चार-पांच लोगों द्वारा दो बार घातक रूप से पिटाई की गई हो, जिसने फेसबुक पर पोस्ट डालकर मामला उठाया हो, अब वह क्यों शिकायत दर्ज नहीं करवाना चाहता और क्यों उसने पहले पुलिसवालों का नाम लिया और अब उसे लगने लगा कि वे पुलिसवाले नहीं थे। क्या उसपर किसी तरह का प्रेशर है?
आरोप लगाने वाले पर्यटक पर सवाल
वैसे जिस समय उससे मारपीट हो रही थी, उसने पुलिस को फोन करने की कोशिश की या बाद में क्या उसने पुलिस से संपर्क किया था? घटनाक्रम में समय खुद उसकी स्थिति कैसी थी, कहीं वह पर्यटक किसी नशे में तो नहीं था? ऐसा क्या हुआ कि वह इनकार किए जाने, गाली दिए जाने के बाद भी शराब पी रहे लोगों से मदद मांगता रहा? ऐसे कई सवाल अनसुलझे छूट गए हैं। इनका उसने अपनी पोस्ट में भी जिक्र नहीं किया है।
यहां मामला सिर्फ तेजेश्वर का नहीं है। अगर उनके साथ कुछ गलत हुआ है तो उन्हें शिकायत दर्ज करवानी चाहिए, वरना इस तरह के मामले आगे और हो सकते हैं। शुकर है कि यह तो पिटाई ही हुई, कहीं उनकी कोई हत्या कर देता तो? हालांकि अब उनकी कहानी की छूटी हुई कड़ियों को लेकर भी सोशल मीडिया पर सवाल उठने लगे हैं।