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प्रतिभा सिंह को अर्की से चुनाव लड़ाने की हो रही है तैयारी?

शिमला।। हिमाचल प्रदेश में उपचुनावों की सरगर्मियां तेज हो गयी है। एक लोकसभा व तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। सभी राजनीतिक दल उपचुनावों की रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं। ऐसे में कांग्रेस द्वारा पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह को पति वीरभद्र सिंह की विधानसभा सीट अर्की से उतारने की तैयारी की जा रही है। मंडी संसदीय सीट से उपचुनाव लड़ाने की अटकलों के बीच अब उन्हें अर्की विधानसभा सीट से चुनाव लड़ाने की चर्चा सामने आ रही है।

ऐसी खबरें हैं कि सलाहकारों ने सूबे में वीरभद्र परिवार का वर्चस्व बनाए रखने के लिए यह रणनीति तैयार की है। पूर्व सांसद प्रतिभा सिंह को मंडी लोकसभा सीट से उतारने का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। इसलिए पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के देहांत से खाली हुई अर्की सीट को उनके लिए सबसे सुरक्षित माना जा रहा है। इस सीट से उन्हें कांग्रेस का उम्मीदवार बनाने की तैयारी शुरू हो गई है।

वीरभद्र सिंह की किचन कैबिनेट के नेताओं भी का यही मत है। उनका मानना है कि यदि अर्की से प्रतिभा सिंह उम्मीदवार होंगी, तो इस सीट पर आसानी से जीत हासिल की जा सकती है। वहीं प्रतिभा सिंह को सांसद बनाने की बजाय प्रदेश की राजनीति में ही सक्रिय रखने और वीरभद्र परिवार को मजबूत करने के लिए यह योजना तैयार की गई है।

इसके पीछे जानकारों का कहना है कि यदि विक्रमादित्य सिंह और प्रतिभा सिंह एक साथ प्रदेश की राजनीति में होंगे तो इसका फायदा 2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को होगा। विक्रमादित्य और प्रतिभा सिंह ही वीरभद्र सिंह के निजी वोट को एक साथ रख सकेंगे।

इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस का एक धड़ा अर्की से संजय अवस्थी की पैरवी कर रहा है। संजय ने 2012 में भी अर्की से चुनाव लड़ा था। उस दौरान दो हज़ार से अधिक वोटों से संजय की हार हुई थी। इसके बाद 2017 में संजय अवस्थी ने वीरभद्र सिंह के लिए अपनी दावेदारी छोड़ दी थी। इस दौरान संजय ने पूरी सक्रियता से वीरभद्र सिंह के लिए चुनाव प्रचार किया था।

यह भी माना जा रहा है कि अर्की में भाजपा की गुटबाजी का लाभ प्रतिभा सिंह को मिल सकता है। क्योंकि भाजपा में टिकट के लिए लड़ाई शुरू हो चुकी है। जहां एक ओर पूर्व विधायक गोविंद शर्मा ने मोर्चा खोला हुआ है। वहीं अर्की से चुनाव लड़ चुके भाजपा नेता रत्नपाल सिंह ने भी अपनी सक्रियता बढ़ा दी है।

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