शिमला।। शिमला रेप ऐंड मर्डर केस में नई जानकारी सामने आती दिखती है। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने फेसबुक पेज पर जानकारी दी है कि इस मामले में 4 लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है और आगे की जांच जारी है। उन्होंने कहा है कि मैं आश्वस्त हूं कि जल्द ही दोषी कानून की जद में होंगे। इससे पहले News 18 Himachal ने ट्वीट करके जानकारी दी थी कि इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है।
मुख्यमंत्री वीरभद्र ने लिखा है- I would like to inform the people of Himachal Pradesh that four suspects have been taken into Police Custody and further investigation is being conducted. The State Police team under IGP Zahoor Zaidi and SP Shimla DW Negi is vigorously pursuing the matter with the cooperation of the local people and I am sure that the Guilty will be brought to justice very soon.
हिंदी में इसका अर्थ हुआ- मैं हिमाचल प्रदेश के लोगों को बताना चाहूंगा कि पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है और आगे की जांच जारी है। आईजीपी जहूर जैदी और एसपी शिमला डीडब्ल्यू नेगी की अगुवाई में स्थानीय पुलिस के सहयोग से टीम मामले की जांच कर रही है और मैं आश्वस्त हूं कि दोषी जल्द ही कानून की जद में होंगे।
गौरतलब है कि आज ही मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने डीजीपी हिमाचल प्रदेश को अपने निवास स्थल पर बुलाया था। इसके बाद मुख्यमंत्री फेसबुक पर स्टेटस डालकर जानकारी दी है कि मैंने डीजीपी को कहा है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने फेसबुक पर लिखा था- कोटखाई में हुए गुड्डीया हत्या मामले मे जल्दी से जल्दी मुल्जिमों को पकड़ा जाए । आज सुबह ही पुलिस महानिदेशक को मैंने आदेश दिये हैं कि इस मामले मे किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी। गुड्डीया के मुल्जिमों के साथ किसी प्रकार की नरमी सहन नहीं होगी। मुझे दोषी शीघ्र सलाखों के पीछे चाहिए।
आगे मुख्यमंत्री ने लिखा है- हम गुडिड्या के परिवार के दुख को समझते हैं और पूरी तरह उनके साथ हैँ। आज पुलिस महानिदेशक को घर पर बुलाकर समझा दिया है कि गुड्डीया के कातिलों को जल्द पकड़ा जाए। इस दुःख की घड़ी मे मैंने गुड्डिया के परिवार को पांच लाख रुपए देने के भी आदेश दे दिए हैं। दोषी जल्द पकड़े जाएं, इसके लिए विशेष जांच दल का गठन भी किया गया है।
इस बीच छात्रा के स्कूल में छात्रों ने कक्षाओं का बहिष्कार कर दिया। वहीं ठियोग बार एसोसिएशन ने फैसला लिया है कि पीड़िता के परिजनों को मुख्त कानूनी सहायता दी जाएगी।