जब फोन का रिसीवर किनारे रखकर सोता मिला 100 नंबर वाला कर्मचारी

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शिमला।। क्या कभी आपने पुलिस स्टेशन को कॉल किया है और पाया है कि नंबर नहीं लग रहा? अक्सर ऐसा होता है तो समझ लीजिए मामला सिर्फ तकनीकी गड़बड़ी का नहीं है। हो सकता है ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी फोन का रिसीवर टेबल पर रखकर सो गया हो। अभी जंजैहली अस्पताल की नर्स का वाकया सामने आया है जो विभिन्न नंबरों पर कॉल करती रही, मगर मदद नहीं मिली।

पिछले हफ्ते ही एसपी सिरमौर ने नाहन पुलिस स्टेशन का औचक निरीक्षण किया था तो पाया कि 100 नंबर वाले कर्मचारी ने रिसीवर किनारे रखा है और खुद सो गया है। एसपी रोहित मालपानी ने कर्मचारी की क्लास लगाने के साथ ही विभागीय कार्रवाई के भी आदेश दे दिए हैं। जानकारी मिली है कि कर्मचारी की एक महीने की सैलरी काटी जाएगी।

लेकिन सवाल उठता है कि क्या एक महीने की सैलरी काटना काफी है? ऐसे लोगों को तो नौकरी से ही निकाल देना चाहिए क्योंकि आम जनता जब बहुत मुश्किल में होती है, तभी पुलिस को फोन करती है। वरना कोई शौक से पुलिस के पास नहीं जाना चाहता। पुलिस की छवि पहले से ही खराब है और फिर ऐसे लोगों से नरमी से पेश आना विभाग के आला अधिकारियों की गंभीरता पर भी सवाल खड़ा करता है।

जब तक पुलिस सिस्टम की मानसिकता और तौर-तरीके नहीं बदले जाएंगे, कुछ नहीं बदलेगा। नई सरकार को समझना हेगा कि गुड़िया हेल्पलाइन बनाने मात्र से कुछ नहीं होगा। डीजीपी बदलने से भी खास फर्क नहीं पड़ेगा, जरूरी है व्यवस्था में बदलाव लाना और वह तभी हो सकता है जब सरकार खुद सक्रिय होकर ऐसे मामलों पर कड़ी कार्रवाई करके संदेश दे कि अब ढिलाई नहीं चलेगी।