मंडी।। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के करसोग में केरी कतांडा बीट के फॉरेस्ट गार्ड की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में सीबीआई अब तक हरकत में नहीं आई है। हाई कोर्ट ने 13 सितंबर को मामला हिमाचल पुलिस से लेकर सीबीआई को जांच के लिए ट्रांसफर किया था, मगर अब तक केस दर्ज नहीं हुआ है। सीबीआई ने स्टेट सीआईडी से अब तक रिकॉर्ड कब्जे में नहीं लिया है।
लापता हुए होशियार सिंह का शव रहस्यम हालात में पेड़ पर उल्टा टंगा मिला था। पुलिस ने पहले हत्या का मामला दर्ज किया मगर फिर आत्महत्या में बदल दिया। लोगों ने प्रदर्शन किए और सीबीआई जांच की मांग की मगर हिमाचल प्रदेश सरकार ने पुलिस से ही जांच करवाने का फैसला किया। आखिर में हाई कोर्ट ने मामले का संज्ञान लिया और उसे पुलिस की कार्रवाई संतोषजनक नहीं लगी, तब जाकर मामला सीबीआई को ट्रांसफर किया गया।
मगर सीबीआई की ढील इसलिए भी सवालों के घेरे में है क्योंकि शिमला के गुड़िया केस की जांच कर रही सीबीआई टीम का कहना है कि पुलिस जांच में सहयोग नहीं कर रही। उसे सबूत भी ढंग से नहीं मिले। और तो और, हिमाचल पुलिस के ही अधिकारी जेल में बंद हैं, क्योंकि सीबीआई की नजर में वे एक संदिग्ध आरोपी की हिरासत में मौत के लिए जिम्मेदार हैं।
ऐसे में जब पुलिस की छवि भरोसे की नहीं है, उसे लेकर पहले से ही आशंका जताई जा रही है, वैसे में इस केस में सीबीआई को सबूत नष्ट होने की चिंता क्यों नहीं सता रही? ऐसे में बाद में कहीं यह केस गुड़िया केस की तरह न लटक जाए।