शिमला।। पूरे देश को हिलाकर रख देने वाले कोटखाई के चर्चित गुड़िया रेप ऐंड मर्डर केस को लेकर नई जानकारी सामने आई है। एक न्यूज चैनल ने दावा किया है कि इस मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार संदिग्ध नीलू का कहना है कि उसके साथ इस अपराध में चार लोग और शामिल थे, मगर सीबीआई उसकी बात नहीं सुन रही है।
दरअसल ‘न्यूज 18′ ने ‘पुख्ता सूत्रों’ के हवाले से लिखा है कि कैथू जेल में बंद नीलू ने अपने साथ बंद कैदियों को कहा है कि इस मामले में चार लोग और शामिल थे और वह सभी को पहचानता भी है।
खबर में लिखा गया है, “नीलू का कहना है कि वह उनके नाम नहीं जानता, मगर पहचानता है।” यही नहीं, खबर के मुताबिक कैथू जेल में बैरक नंबर तीन में बंद नीलू ने यह भी कहा है कि सीबीआई वाले उसकी बात नहीं सुन रहे हैं।
दरअसल पिछले साल 4 जुलई को कोटखाई की एक छात्रा स्कूल से लौटते समय लापता हो गई थी औऱ दो दिन बाद उसका शव निर्वस्त्र मिला था। उस समय गैंगरेप और हत्या की आशंका जताई गई थी और पुलिस ने छह लोगों को पकड़ा था, जिनमें से एक की संदिग्ध हालात में थाने में ही मौत हो गई थी।
बाद मे सीबीआई को जाच सौंपी गई थी तो पुलिस जांच में शामिल रहे अधिकारियों पर पहले पकड़े गए संदिग्ध की हत्या का आरोप लगा और वे इस समय जेल में हैं। आगे की जांच के बाद सीबीआई नीलू नाम के चरानी को ही आरोपी बनाया है। चार्जशीट में भी सीबीआई ने इसी एक शख्स को आरोपी बनाया है।
गौरतलब है कि सीबीआई ने जब कहा था कि एक ही शख्स ने वारदात को अंजाम दिया है तो सोशल मीडिया पर लोगों ने संदेह जताया था कि इस वारदाता में आखिर कैसे एक ही शख्स शामिल हो सकता है। इसके साथ ही कई नेताओं, जिनमें कांगड़ा के सासंद शांता कुमार भी शामिल हैं, ने भी सीबीआई जांच पर अंसतोष जताया था और पूछा था कि क्या पुलिस के इतने सारे लोग एक चरानी को बचाने के चक्कर में जेल पहुंच गए।
बहरहाल, न्यूज 18 के इस दावे के बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। हालांकि जेल में बंद आरोपी की साथ में बंद कैदियों से हुई बात में कितना दम है, इसका पता लगाना बहुत मुश्किल है।