हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 ओपिनियन पोल

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इन हिमाचल डेस्क।। चुनाव से पहले हिमाचल प्रदेश की जनता के मूड को भांपने के लिए करवाए गए सर्वे के नतीजों को कंपाइल कर लिया गया है। इसके लिए कोशिश की गई थी कि हर विधानसभा सीट में कम से कम 1000 लोगों से बातचीत करके पूछा जाए कि वे किस पार्टी के उम्मीदवार को वोट देंगे। सिर्फ कुछ जगहों पर लगभग 500 लोगों से बातचीत की गई है और वे सीटें हैं- बैजनाथ, चुराह, करसोग, भरमौर, लाहौल-स्पीति, किन्नौर, शिलाई और रेणुका जी।

 

सर्वे सिर्फ बीजेपी और कांग्रेस पर आधारित
पाठकों से कैजुअल बातचीत की गई ताकि उन्हें कहीं से भी यह न लगे कि उनसे किसी संस्थान द्वारा राजनीतिक राय मांगी जा रही है। अगर उन्हें बताया जाता कि सर्वे किया जा रहा है तो वे शायद कुछ ज्यादा ही सचेत होकर बात करने लगते। इसलिए सामान्य बातचीत के दौरान यह पता लगाया कि वे राजनीतिक पार्टी के सदस्य हैं या नहीं। इसके बाद बातों के दौरान उनसे स्थानीय राजनीति को लेकर उनकी पसंद-नापसंद पता की गई। इसके आधार पर ही नतीजे बनाए गए। जो लोग राजनीति को लेकर उदासीन लगे, उन्हें भी सर्वे के सैंपल में जगह दी गई। हालांकि ऐसे लोगों की संख्या ज्यादा नहीं थी। इसलिए न सिर्फ शहर के भीड़भाड़ भरे इलाकों में बात की गई, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में बात की गई और सभी आयु वर्गों और लिंग आदि की राय शामिल की गई।

 

प्रतिनिधि चुनने को लेकर है स्पष्टता
ध्यान देने वाली बात यह है कि अधिकतर लोग स्पष्ट रूप से बीजेपी और कांग्रेस में से किसी एक के पक्ष में खड़े नजर आए। कुछ सीटों पर लोग इसलिए भी कन्फ्यूज़ लगे क्योंकि उनके नेता को इस बार टिकट मिलने में या तो संशय है या फिर उनकी पसंद का नेता नया है और किसी पार्टी से टिकट चाहता है। मगर ऐसे लोगों की संख्या बहुत कम थी, इसलिए उनकी राय बीजेपी या कांग्रेस या उनके समर्थकों की तुलना में नगण्य थी। सिर्फ दो सीटें ऐसी नज़र आईं, जहां पर बीजेपी और कांग्रेस से इतर किसी एक नेता के समर्थकों की संख्या काफी ज्यादा थी। इनमें झंडूता और जोगिंदर नगर शामिल हैं। यहां पर निर्दलीय चुनाव प्रचार अभियान में जुटे उम्मीदवार अच्छा-खासा समर्थन जुटा रहे हैं, खासकर झंडूता में। जोगिंदर नगर में ज्यादातर लोग बीजेपी के पक्ष मे हैं, मगर उनकी पसंद टिकटार्थियों में बंटी हुई है। ऐसे में इन दोनो सीटों पर बीजेपी किसे टिकट देती है, इसके ऊपर काफी चीजें निर्भर करेंगी।

 

इनके अलावा किसी भी सीट पर ऐसा नहीं मिला, जहां जनता कांग्रेस या बीजेपी में से किसी को चुनने के लिए कन्फ्यूज़न में हो और मुकाबला फिफ्टी-फिफ्टी लग रहा हो। या तो जनता स्पष्ट रूप से कांग्रेस पार्टी या उसके संभावित उम्मीदवार के पक्ष में थी या फिर बीजेपी या उसके संभावित उम्मीदवार के समर्थन में थी। कहीं पर ऐसा नहीं मिला कि जितने लोग एक पक्ष में हों और उतने ही दूसरे पक्ष में।

 

अगर माना जाए कि आज चुनाव होते हैं तो कांग्रेस सत्ता से बाहर होने जा रही है और बीजेपी की सरकार बनने जा रही है। बावजूद इसके कांग्रेस का प्रदर्शन उतना खराब नहीं होने वाला, जितना दावा बीजेपी कर रही है। यानी उसका मिशन 50+ पूरा नहीं होने जा रहा।

पार्टी इतनी सीटें मिल सकती हैं (कुल 68) सर्वे में शामिल लोगों का प्रतिशत में मिला समर्थन
बीजेपी 43 49%
कांग्रेस 24 38.5%
अन्य 1 12.5%

कांग्रेस इस बार 24 सीटें जीतने जा रही है और बीजेपी 43 सीटें। सीटवार जानें, सर्वे के आधार पर किस सीट पर जनता किस पार्टी के साथ खड़ी नज़र आ रही है।

विधानसभा सीट- पार्टी
1. चुराह – बीजेपी
2. भरमौर – बीजेपी
3. चंबा – कांग्रेस
4. डलहौजी – कांग्रेस
5. भटियात- बीजेपी
6. नूरपुर- बीजेपी
7. इंदौरा – बीजेपी
8. फतेहपुर- बीजेपी
9. ज्वाली- बीजेपी
10. देहरा- बीजेपी
11. जसवां-परागपुर- बीजेपी
12. ज्वालामुखी- बीजेपी
13. जयसिंहपुर – कांग्रेस
14. सुलह- बीजेपी
15. नगरोटा- कांग्रेस
16. कांगड़ा- बीजेपी
17. शाहपुर- कांग्रेस
18. धर्मशाला- कांग्रेस
19. पालमपुर- कांग्रेस
20. बैजनाथ- कांग्रेस
21. लाहौल-स्पीति- बीजेपी
22. मनाली- कांग्रेस
23. कुल्लू- बीजेपी
24. बंजार- बीजेपी
25. आनी – बीजेपी
26. करसोग- बीजेपी
27. सुंदरनगर-कांग्रेस
28. नाचन- बीजेपी
29. सिराज- बीजेपी
30 द्रंग – बीजेपी
31. जोगिंदर नगर- बीजेपी
32. धर्मपुर – बीजेपी
33. मंडी- कांग्रेस
34. बल्ह -कांग्रेस
35. सरकाघाट- बीजेपी
36. भोरंज- बीजेपी
37. सुजानपुर- बीजेपी
38. हमीरपुर- बीजेपी
39. बड़सर- बीजेपी
40. नादौन- बीजेपी
41. चिंतपूर्णी – कांग्रेस
42. गगरेट – बीजेपी
43. हरोली – कांग्रेस
44. ऊना- बीजेपी
45. कुटलेहड़- बीजेपी
46. झंडूता – निर्दलीय
47. घुमारवीं- बीजेपी
48. बिलासपुर- बीजेपी
49 श्री नैना देवी- बीजेपी
50. अर्की- बीजेपी
51. नालागढ़ – बीजेपी
52. दून – कांग्रेस
53. सोलन- कांग्रेस
54. कसौली- बीजेपी
55. पच्छाद- बीजेपी
56. नाहन- बीजेपी
57. श्री रेणुकाजी – कांग्रेस
58. पावंटा साहिब- कांग्रेस
59. शिलाई- बीजेपी
60. चौपाल- बीजेपी
61. ठियोग- कांग्रेस
62. कुसुम्पटी- कांग्रेस
63. शिमला- बीजेपी
64. शिमला ग्रामीण- कांग्रेस
65. जुब्बल-कोटखाई- बीजेपी
66. रामपुर- कांग्रेस
67. रोहड़ू- कांग्रेस
68. किन्नौर- कांग्रेस

 

अभी चुनाव में वक्त है और टिकट आदि का आवंटन भी शुरू नहीं हुआ है। जैसे ही सिलसिला शुरू होगा, कई तरह के समीकरण हर सीट पर बदलने को मिलेंगे। साथ ही चुनाव प्रचार अभियान के चरम पर आने के बाद जो माहौल बनेगा, उसपर भी कई चीज़ें निर्भर करेंगी। जैसा कि देखने को मिलता रहा है, उस दौरान लोगों के रुझान में बदलाव आएगा। ऐसे में हम चुनाव से पहले एक बार फिर लोगों की राय लेने की कोशिश करेंगे।