शिमला।। पिछले साल कोटखाई में हुई नाबालिग लड़की की बलात्कार के बाद हत्या के मामले सीबीआई ने सोमवार को क्राइम सीन रीक्रिएट किया। बानकुफर में जिस समय क्राइम सीन को रीक्रिएट किया जा रहा था, उस समय सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए थे। गुड़िया मामला पिछले लगभग नौ महीनों से चर्चा में है क्योंकि इसमें कई नाटकीय बदलाव आ चुके हैं।
बता दें कि अपराधों की जांच में क्राइम सीन रीक्रिएशन यानी अपराध के समय क्या हुआ था, वैसा ही घटनाक्रम दोहराना बहुत महत्व रखता है। इससे जांच एजेंसियों को पता चलता है कि आरोपी ने किस तरह से वारदात को अंजाम दिया। (कवर इमेज प्रतीकात्मक है)
तीन जगह ले जाया गया संदिग्ध
पुलिस पौ फटने से पहले सुबह साढ़े चार बजे ही सीबीआई संदिग्ध को शिमला से कोटखाई ले आई थी। संदिग्ध की पहचान पूरी तरह गुप्त रखी गई थी। उसे तीन अलग-अलग जगह ले जाया गया। पहली जगह- जहां गुड़िया (काल्पनिक नाम) का शव मिला था, दूसरी जगह- एक मंदिर और तीसरी जगह- सेब के बाग के बास बना एक डेरा।

कुछ ने पहचाना युवक को
सीबीआई ने युवक का चेहरा काले रंग के नकाब से ढका हुआ था ताकि उसकी पहचान जाहिर न हो सके। मगर स्थानीय लोग कह रहे थे कि वे इस लड़के को जानते हैं और यह इलाके में लकड़ी काटा करता था और मूलत: मंडी जिले से है। कुछ का यहां तक कहना था कि वह शराब खरीदा करता था तो और कई बात तो इसके पैसे भी नहीं देता था।
पढ़ें- नकाबपोश संदिग्ध को देखकर आपा खोते दिखे लोग
हालांकि इस शक्स के बारे में और भी जानकारियां उपलब्ध हैं, मगर चूंकि सीबीआई किसी कारण से उसकी पहचान अभी उजागर नहीं कर रही है, इसलिए उसके बारे में अधिक बातें सार्वजनिक नहीं की जा सकतीं।
फरेंसिक एक्सपर्ट भी थे साथ
सीबीआई की टीम अपने साथ फरेंसिक एक्सपर्ट लेकर आई थी। उन्होंने घटनास्थल का दौरा किया। वे उस जगह गए, जहां छह जुलाई को गुड़िया का शव मिला था। वह चार जुलाई को स्कूल से घर जाते वक्त लापता हो गई थी। सीबीआई को इस मामले की जांच 23 जुलाई को मिली थी, जबकि इससे पहले पुलिस ही मामले की जांच कर रही थी।

सीबीआई टीम का स्वागत
सीबीआई आरोपी को अलग-अलग जगह ले गई। यह सिलसिला करीब चार घंटों तक चला और इसके बाद उसे वापस शिमला ले जाया गया। घटना स्थल पर करीब 150 पुलिसकर्मी तैनात थे। जहां जांच चल रही थी, उसके आसपास बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए थे।
कुछ लोगों ने तो सीबीआई की टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया। ये लोग अपने साथ हार भी लेकर आए थे। उन्हें उम्मीद थी कि सीबीआई जल्द ही मामले को सुलझा लेगी।
पढ़ें- आरोपी को घटनास्थल लेकर आई सीबीआई
और भी हो सकते हैं गिरफ्तार
अब तक सीबीआई ने इस मामले में एक ही गिरफ्तारी की है। अभी तक और लोगों की गिरफ्तारियां होने से भी इनकार नहीं किया जा सकता। अब सीबीआई को 25 तारीख को हाई कोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट फाइल करनी है।