कांग्रेस के अधिवेशन में ‘धमाका’ कर निकल गए बाली

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शिमला।। शनिवार को कांग्रेस के राज्य स्तरीय अधिवेशन में वरिष्ठ नेता और पूर्व परिवहन मंत्री जीएस बाली फिर उन्हीं तेवरों में नजर आए, जैसे वह पहले दिखा करते थे। वह सबसे बाद में आए, फिर उन्होंने वीरभद्र, सुक्खू से लेकर रंजीता तक पर करारे वार किए और फिर पहले ही अधिवेशन से चले गए। नगरोटा बगवां सीट से बहुत कम अंतर से चुनाव हारने के बाद यह पहला अवसर था जब वह मंच पर ऐसे नजर आए।

वीरभद्र, अग्निहोत्री पर निशाना

जैसे ही बाली बोलने के लिए उठे उन्होंने पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और अभी कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा, “पार्टी की हार में सबसे अधिक बड़ी भूमिका ऐसे नेताओं की है, जो कहते कुछ हैं और करते कुछ और ही हैं। राजीव थाली योजना मेरे दिमाग की उपज थी। लेकिन जब इस योजना का शुभारंभ किया गया तो योजना का पूरा श्रेय पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और मुकेश अग्रिहोत्री ले गए।”

पूर्व परिवहन मंत्री ने कहा, “योजना मेरी और तस्वीरें पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और पूर्व मंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ छपवाते रहे।”

सुक्खू भी लपेटे में

बाली ने मंच से प्रदेश अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू को नसीहत दे डाली। उन्होंने कहा कि सुक्खू जी अपने काम पर ध्यान दो, वीरभद्र की बातों का बुरा मत मानो। उन्होंने प्रदेशाध्यक्ष सुक्खू से कहा कि वह वीरभद्र सिंह की छोटी-छोटी बातों का बुरा मानते रह गए और इसी चक्कर में दूसरे लोग फायदा उठा गए।

बाली ने कहा, “मेरी बातों का बुरा न मानते हुए संगठन की मजबूती पर पूरा ध्यान दें। सुक्खू जी, आपकी तरह मेरा फोन कभी बंद नहीं होता है। जब चाहे कोई भी फोन करे।”

प्रदेश प्रभारी को नसीहत

बाली ने यहां मौजूद प्रभारी रंजीता रंजन को नसीहत देते हुए कहा कि बगावत करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा, “सच को सच और झूठ को झूठ बोलेंगे तो ही इस पार्टी का कल्याण हो सकता है।”

भत्ते पर लताड़ा

कौशल भत्ता योजना को लेकर अपनी सरकार के ढीले रवैये पर भी बाली ने चोट की। वह बोले, “ये योजना इतनी असफल रही कि कि सालों तो युवाओं को इस योजना के फार्म भरने में ही लग गया। जनता की नजर हमेशा घोषणा पत्र पर होती है इसलिए मेनिफेस्टो का भी कुछ रोल होता है।”

‘118 पर विरोध से पहले जानकारी जुटाएं’

मौजूदा सरकार धारा 118 को सरल बनाने की कोशिश कर रही ताकि निवेश आ सके। कांग्रेस इसका विरोध कर रही है। मगर बाली मे अपनी पार्टी से कहा कि प्रदेश हित में धारा 118 के मुद्दे पर एक कमेटी गठित करे कि इसमें बदलाव होना चाहिए या नहीं। बाली ने कहा कि सरकार का इस मुद्दे पर विरोध करने से पहले पार्टी को इस बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए ताकि पछताना न पड़े।

भाषण के बाद बाली कुछ देर मंच पर बैठे और फिर अचानक पारिवारिक कारणों का जिक्र करके चले गए। मगर इस अधिवेशन के दौरान और बाद में भी उनके ही भाषण की चर्चा होती रही।